हरियाणा में हुए दर्दनाक स्कूल बस हादसे की पूरी कहानी, मरने वालों में 2 सगे भाई; पुलिस जांच में चौंकाने वाले खुलासे

महेन्द्रगढ़ | हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले में हुए दर्दनाक स्कूल बस हादसे के ज़ख्म भूले नहीं भूलाएं जा रहें हैं. यहां GL पब्लिक स्कूल की बस कल ड्राइवर की लापरवाही से भरी बस पलटे खा गई थी. इस हादसे में 6 बच्चों की मौत हुई है, जबकि 25 बच्चे घायल हुए हैं जिनमें से कई बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है. घायल बच्चों का रेवाड़ी और महेन्द्रगढ़ के अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

GLP Kanina Accident

1 ही गांव के 4 बच्चों की मौत

हादसे में मरने वाले बच्चों की पहचान सत्यम (16), युवराज (14), दो सगे भाई यशु (15) व अंशु (13), वंश (14) और रिकी (15) के रूप में हुई है. इनमें से 4 बच्चे एक ही गांव झाड़ली के रहने वाले थे. मरने वालों में पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के भांजे पूर्व सरपंच संजय शर्मा का बेटा भी शामिल है.

यह हादसा गांव झाड़ली के लिए सबसे मनहूस रहा. इस गांव के 4 बच्चों ने हादसे में जान गंवाई है. इनमें 2 सगे भाई यशु और अंशु भी शामिल हैं. परिवार में ये दोनों ही संतान थीं. गुरुवार शाम को चारों बच्चों का गांव के ही श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया. इनमें 2 सगे भाइयों अंशु और यशु का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया है.

नशे में चूर था बस ड्राइवर

इस हादसे में सबसे चौंकाने वाला खुलासा बस ड्राइवर नशे की हालत में था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर मेडिकल करवाया तो उसमें शराब की पुष्टि हुई है. घायल छात्रा ने बताया कि बस ड्राइवर की आंखें लाल थीं और बस की रफ्तार बहुत ज्यादा थी. स्पीड ब्रेकर पर जैसे ही बस असुंतलन हुई तो ड्राइवर खिड़की खोल कर नीचे कूद गया.

बस का फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर

जांच में खुलासा हुआ है कि बस का फिटनेस सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका था. बस की पिछले 6 साल से फिटनेस पासिंग नहीं कराई गई थी. परिवहन विभाग द्वारा पिछले महीने स्कूल प्रबंधन पर बस के कागजात पूरे न होने पर 15 हजार रूपए जुर्माना लगाया गया था.

प्रिंसिपल ने की बड़ी लापरवाही

जांच में खुलासा हुआ है कि यदि प्रिंसिपल दीप्ति राव लापरवाही नहीं करती तो बच्चों की जान बच सकती थी. इस हादसे में गंभीर रूप से घायल एक छात्रा के दादा ने बताया कि नशे में धुत बस ड्राइवर को खेड़ी गांव में एक ग्रामीण ने रोका था और बाकायदा बस की चाबी निकाल ली थी. उसी समय ग्रामीणों ने ड्राइवर की नशे में होने की जानकारी प्रिंसिपल को दी गई थी, लेकिन उन्होंने ये कहते हुए टाल दिया कि आज ड्राइवर को जाने दीजिए. बच्चे स्कूल पहुंचने में लेट हो रहे हैं. कल ड्राइवर को नौकरी से निकाल दिया जाएगा और उसके बाद यह हादसा हो गया.

सरकार ने की ये कार्रवाई

पुलिस ने केस दर्ज कर बस ड्राइवर सेहलंग निवासी धर्मेंद्र, कनीना निवासी प्रिंसिपल दीप्ति व स्कूल सेक्रेटरी होशियार सिंह को गिरफ्तार किया है. होशियार सिंह स्कूल संचालक का बड़ा बेटा है व दीप्ति छोटे बेटे की बहू है.

हादसे के बाद जागे परिवहन विभाग ने नारनौल RTA के सहायक सचिव प्रदीप कुमार को सस्पेंड कर दिया है. शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को छुट्टी के दिन स्कूल खोले जाने पर नोटिस दिया है.

3 दिन में रिपोर्ट मांगी

अतिरिक्त परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) ने अधिकारियों को दुर्घटना स्थल का दौरा कर हादसे के कारणों और महेंद्रगढ़ कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों के नाम बताते हुए 3 दिन में रिपोर्ट मांगी है. वहीं, सीएम नायब सैनी ने कहा है कि यदि सरकारी छुट्टी के दिन स्कूल खुला पाया गया है तो स्कूल की मान्यता रद्द होगी.

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