भिवानी | हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) की तरफ से 16 अप्रैल यानि कल एक नोटिस जारी किया गया है. इस नोटिस के अनुसार, अब हरियाणा बोर्ड की परीक्षाएं साल में दो बार होंगे. परीक्षा की वजह से बच्चों में होने वाली चिंता और तनाव को कम करने के लिए बोर्ड की तरफ से यह फैसला लिया गया है. बोर्ड का कहना है कि यह द्वितीय वार्षिक परीक्षा प्रणाली इसी साल से लागू होने जा रही है. वर्तमान में विद्यार्थियों को एक ही वार्षिक परीक्षा देने का मौका मिलता है, जिसमें विद्यार्थियों पर काफी तनाव देखने को मिलता है.
साल में दो बार होंगी परीक्षाएं
विद्यार्थियों के मन में सिर्फ एक ही बात होती है कि उनके पास एक ही मौका है, जिसमें वह अच्छा स्कोर कर सकते हैं. जो मुख्यतः उनके लिए तनाव का कारण बनता है. इस एकल परीक्षा से विद्यार्थियों के मन में उत्पन्न होने वाली चिंता दबाव की स्थिति से मुक्ति दिलाने के लिए बोर्ड राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के अंतर्गत शैक्षिक सत्र 2023- 24 से सभी स्कूलों में दो बार मुख्य परीक्षा का आयोजन करने का निर्णय ले रहा है.
सामान्य तौर पर बोर्ड की ओर से फरवरी/ मार्च महीने में एकमात्र वार्षिक परीक्षा का आयोजन करवाया जाता रहा है. मगर अब इस एकल वार्षिक परीक्षा को इस साल से दोहरी करते हुए दूसरी परीक्षा का आयोजन उसी साल के जून/ जुलाई माह में करवाया जायेगा.
परीक्षार्थी सुविधानुसार दे सकता है परीक्षा
जून- जुलाई के महीने में आयोजित होने वाले इस वार्षिक परीक्षा को द्वितीय वार्षिक परीक्षा कहा जाएगा. अब सैकेण्डरी/ सैकेण्डरी- सह- पूर्व मध्यमा कक्षा में पढ़ रहा कोई भी परीक्षार्थी अपनी सुविधानुसार पढ़े गये सभी विषयों की परीक्षा एकमुश्त किसी प्रथम या द्वितीय वार्षिक परीक्षा के तहत या अपने विषयों को बाँटकर प्रथम व द्वितीय परीक्षा में शामिल हो सकता है. इसके अतिरिक्त, अगर कोई विद्यार्थी अपनी पहली परीक्षा में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं है, तो ऐसी स्थिति में वह फिर से अपने विषय/ विषयों की परीक्षा द्वितीय वार्षिक परीक्षा के तहत दे सकता है.
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