चंडीगढ़ | लोकसभा चुनावों की गहमा- गहमी के बीच हरियाणा में उत्पन्न हुए ताजा सियासी घटनाक्रम पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने पर पूर्व मुख्यमंत्री भुपेंद्र हुड्डा ने नायब सैनी सरकार को अल्पमत में बताते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा तो सीएम से लेकर पूर्व सीएम मनोहर लाल, पूर्व गृहमंत्री अनिल विज, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता की प्रतिक्रिया सामने आई है.
कांग्रेस की इच्छाएं पूरी नहीं होगी: सैनी
सिरसा में मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम नायब सैनी ने कहा कि जब भी उनकी (कांग्रेस) सरकार को लोकसभा में कोई समस्या हुई, तो उन्होंने विशेष समूहों की इच्छाओं को पूरा करना शुरू कर दिया, जबकि बीजेपी सरकार अपनी पूरी ताकत से काम कर रही है. देश की जनता कांग्रेस पार्टी की इच्छाओं को पूरा नहीं करेगी. कांग्रेस का मकसद सिर्फ भ्रष्टाचार रहा है जबकि भारतीय जनता पार्टी और पीएम मोदी सिर्फ देश के विकास को सर्वोपरि रखते हुए आगे बढ़ रहें हैं.
अपनों को संभाल कर रखें: मनोहर
निर्दलीय विधायकों के समर्थन पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हम इस पर कुछ नहीं कर सकते हैं, वे आजाद विधायक हैं. वहीं, कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपनों को संभाल कर रखें, जिस दिन हिसाब खुल गया उस दिन इनको समझ में आएगा कि हमारे संपर्क में कितने हैं. खट्टर ने कहा कि अगर अविश्वास प्रस्ताव भी लाएंगे तो वे (कांग्रेस) ही गिरेंगे. उनके और बाकी राजनीतिक पार्टियों के कितने विधायक हमारे साथ खड़े होंगे, ये उन्हें नहीं पता हमें पता है.
अल्पमत में बीजेपी सरकार: चौटाला
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बीजेपी सरकार अल्पमत में आ चुकी है. सरकार बहुमत साबित करें, नहीं तो सीएम नायब सैनी को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. अविश्वास प्रस्ताव पिछली सरकार के खिलाफ लाया गया था, न कि वर्तमान सरकार के खिलाफ. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार गिराने में समूचे विपक्ष के साथ JJP भी खड़ी हैं.
हरियाणा में ट्रिपल इंजन की सरकार: विज
वहीं, हरियाणा में जारी सियासी घटनाक्रम पर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि हुड्डा साहब को खुश होने की जरूरत नहीं है, उनकी ख्वाहिश कभी पूरी नहीं होगी. हरियाणा में ट्रिपल इंजन की सरकार है, जो पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं.
विधानसभा स्पीकर ने दिया ये बयान
हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने 3 निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने पर कहा कि विधानसभा में जो पहले स्थिति विधायकों की तब थी, वहीं अभी भी है. मुझे सिर्फ मीडिया के जरिए जानकारी मिली है. अभी तक लिखित में कोई जानकारी नहीं आई है.
उन्होंने समर्थन देने पर कहा कि ये तकनीकी चीजें हैं, जिसका निर्णय राज्यपाल साहब करेंगे कि पहले दिया हुआ समर्थन ठीक था या अब ठीक है. स्पीकर ने कहा कि जब अविश्वास प्रस्ताव आता है उसके 6 महीने बाद ही अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है. सरकार अल्पमत में है. ये नहीं कहा जा सकता है. सरकार पूरी तरह इंटेक्ट है. सेशन बुलाने पर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि राज्यपाल फैसला करेंगे जो फैसला वो करेंगे वहीं मान्य होगा.
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