रोहतक | नए शैक्षणिक सत्र से महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (MDU) व संबंधित कॉलेजों के विद्यार्थी नया सिलेबस पढ़ पाएंगे. इसमें किताबी ज्ञान के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी होगी. इसके अलावा इसमें आर्थिक, सामाजिक और राजनीति की समस्याओं के समाधान पर चर्चा होगी. अभी तक जो शिक्षा केवल जानकारी या ज्ञान के लिए ही पढ़ी जाती रही है, अब नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा का समाज की समस्याओं के समाधान में कैसे इस्तेमाल किया जाए, इस पर जोर दिया जाएगा.
शिक्षकों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
एमडीयू व संबंधित कॉलेजों के शिक्षकों को इसके लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. मुख्य रूप से इसमें आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक समस्याओं के समाधान पर जोर दिया गया है. एमडीयू में नया सिलेबस बनाने के लिए सेंटर फॉर करिकुल डिजाइन डेवलपमेंट, इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल, फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर की ओर से तीसरी वर्कशॉप की जा रही है, जिसमें लाइफ साइंस के 12 विभाग है.
इन बातों पर होगा फोकस
विश्वविद्यालय का ऐसा प्रयास रहेगा कि जुलाई में शुरू होने वाले नए सत्र से ही नया सिलेबस भी तैयार कर दिया जाए. नए सिलेबस के तहत विद्यार्थियों को प्रोजेक्ट्स असाइनमेंट और इंटर्नशिप करीने पर फोकस रहेगा. नए सिलेबस में शोध, इनोवेशन, अच्छे शोध पत्र प्रस्तुत करने व उनका पेटेंट लेने पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!एमडीयू द्वारा नई शिक्षा नीति को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाया जा चुका है. नए सत्र से ही विद्यार्थियों को नया सिलेबस पढ़ाने को दिया जाएगा. इसके लिए कॉलेज स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. नए सिलेबस के तहत विद्यार्थी किताबी ज्ञान के बजाये प्रायौगिक समझ ले पाएंगे- प्रो. राजबीर सिंह, कुलपति, एमडीयू