नई दिल्ली | केंद्रीय माध्यमिक विद्यालय शिक्षा बोर्ड (CBSE) से शिक्षा ग्रहण करने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक नई जानकारी सामने आ रही है. खबर है कि शिक्षा मंत्रालय ने सीबीएसई को शैक्षणिक सत्र 2025- 26 से सालाना 2 बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने के लिए लॉजिस्टिक्स विकसित करने का निर्देश दिया है. सूत्रों की मानें तो सेमेस्टर प्रणाली की शुरूआत को खारिज कर दिया गया है. अगले महीने मंत्रालय और सीबीएसई दो बार बोर्ड परीक्षाओं के कार्यान्वयन के संबंध में स्कूल प्रिंसिपलों से परामर्श करेंगे.
नई शिक्षा नीति के तहत बदलाव
मीडिया के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, वर्तमान में CBSE अंडरग्रेजुएट एडमिशन शेड्यूल को बाधित किए बिना बोर्ड परीक्षाओं के एक अतिरिक्त सेट को समायोजित करने के लिए अकादमिक कैलेंडर की संरचना पर काम कर रहा है. बता दें कि ये सभी बदलाव नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP- 2020) के तहत किए जा रहे हैं.
बता दें कि गत वर्ष केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षा प्रणाली में कई तरह के बदलाव की घोषणा की है. इसमें 2024 में शैक्षणिक सत्र के लिए पाठ्यपुस्तकों को विकसित करने के साथ नए पाठ्यक्रम ढांचे को शामिल करना है. इस नए पाठ्यक्रम ढांचे में साल में 2 बार बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन भी शामिल है. दोनों परीक्षाओं में से जिस भी बोर्ड परीक्षा में किसी छात्र को सर्वोत्तम अंक होंगे, वह उन अंकों का प्रयोग आगे की पढ़ाई में कर सकता है.
शिक्षा मंत्री ने लगाई थी मुहर
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले साल छत्तीसगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में अगले साल से बोर्ड परीक्षाओं के साल में 2 बार आयोजित करने पर अपनी मुहर लगाई थी. उन्होंने बताया था कि शैक्षणिक सत्र 2025- 26 से छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने का मौका मिलेगा. छात्र कों CBSE बोर्ड कक्षा दसवीं और बारहवीं दोनों परीक्षाओं में उपस्थित होने के बाद प्राप्त सर्वोत्तम अंकों को अपने पास रखना होगा.
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