चंडीगढ़ | पंजाब- हरियाणा सीमा पर शंभु बार्डर के नजदीक किसानों द्वारा रेलवे ट्रैक जाम किए जाने पर परेशानी झेल रहे रेलयात्रियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में हो रही घंटों की देरी से निपटने के लिए रेलवे ने एक नई प्लानिंग बनाई है, ताकि यात्रियों को स्टेशनों पर ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़े.
पहले पैसेंजर ट्रेनों का संचालन होगा
चंडीगढ़- साहनेवाल रेल सेक्शन पर अब पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में अब मालगाड़ियां रूकावट नहीं बनेगी क्योंकि पहले इस रूट से पैसेंजर ट्रेनों को निकाला जाएगा और उसके बाद ही मालगाड़ियां संचालित की जाएगी. रेलवे द्वारा तैयार की गई नई योजना के तहत, जो भी मालगाड़ी अंबाला कैंट स्टेशन पर आती है, उसकी जानकारी चंडीगढ़- साहनेवाल रेल सेक्शन पर तैनात अधिकारियों को दी जाती है.
इस दौरान यह देखा जाता है कि साहनेवाल या फिर चंडीगढ़ की तरफ से तो कोई ट्रेन नहीं आ रहीं हैं. अगर आ रही है तो पहले उसे उक्त 50 किलोमीटर के एकल सेक्शन से गुजारा जाता है. इसके बाद, क्लीयरेंस मिलने पर मालगाड़ी को इस सेक्शन पर भेजा जाता है.
अतिरिक्त सावधानी बरतना जरूरी
बता दें कि मौजूदा समय में चंडीगढ़- साहनेवाल रेल सेक्शन पर 150 से ज्यादा ट्रेनों का आवागमन हो रहा है. ऐसे में रेलवे के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतना बेहद जरूरी हो गया है, क्योंकि जिस सेक्शन पर पहले 20 के आसपास ट्रेनों की आवा- जाही रहती थी, उस पर अब एक साथ इतनी ट्रेनों का संचालन होना सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक बना हुआ है. इसलिए रेलवे ने इस सेक्शन पर ट्रेनों का संचालन रोकने और ट्रेनों की गति 60 km से घटाकर 30 km प्रति घंटा रखने के निर्देश दिए हैं ताकि दुर्घटना से बचाव हो सके.
अधिकारी ने कही ये बात
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!किसान आंदोलन के चलते शुक्रवार को भी 137 ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा. चंडीगढ़- साहनेवाल रेल सेक्शन पर चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों के संचालन को लेकर योजना तैयार की गई है, ताकि घंटों देरी से चलने वाली ट्रेनों की समय- सारिणी में सुधार हो सके. इसके साथ ही, कर्मचारियों को भी यात्रियों की मदद के निर्देश दिए गए हैं- नवीन कुमार, वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, अंबाला मंडल