नई दिल्ली | इन दिनों में अमूमन लोग अपने परिवार के साथ घूमने का बनाते हैं. कोई पहाड़, नदी, झरना या किसी अन्य स्थान पर जाना पसंद करता है तो कुछ को जंगल सफारी भी पसंद आती है, लेकिन भविष्य में आपको जंगल सफारी के लिए न तो अलग से कहीं जाने की जरूरत पड़ने वाली है और ना ही अलग से खर्च करने की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि सफर के दौरान ही आप जंगल सफारी का मुफ्त में अंदर ले पाएंगे.
दरअसल, सड़क परिवहन एवं हाईवे मंत्रालय द्वारा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर पर काम किया जा रहा है. यह दिल्ली से देहरादून तक जाएगा. इसके ऊपर से जब वाहन गुजरेंगे तो नीचे हाथियों का झुंड और बाकी जानवर भी गुजरते नजर आ जाएंगे. अनुमान है कि इसे इसी साल से शुरू कर दिया जाएगा.
राजाजी नेशनल पार्क से होगा जुड़ा
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 12 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर को उत्तराखंड में बनाया जाएगा, जोकि राजाजी नेशनल पार्क से जुड़ा होगा. यह एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर होगा. यह मोहंड से शुरू होगा और दातकाली मंदिर तक जाएगा.
इस एक्सप्रेसवे का अंतिम हिस्सा गणेशपुर से अशारोही के बीच पड़ेगा. शिवालिक फॉरेस्ट डिविजन उत्तर प्रदेश और देहरादून फॉरेस्ट डिविजन उत्तराखंड के पास होगा. इसमें हाथियों के लिए 2 अंडरपास भी बनाए जाएंगे, जिनकी लंबाई 200 मीटर होगी. बाकी जानवरों के लिए 6 अंडरपास बनाए जाएंगे.
बनाए जाएंगे अंडरपास
NHAI के अधिकारियों के अनुसार, माधव नेशनल पार्क और रातापानी अभ्यारण में जल्दी ही एनिमल अंडरपास बना दिए जाएंगे. इसके अलावा, ऐसी जगहें जहां जानवरों का आना- जाना अधिक होता है और जहां पर ज्यादा हादसे होते हैं, वहां पर भी एनिमल अंडरपास बनाए जाएंगे. बड़े जानवर आसानी से यहां से निकल सकें, इसलिए इनकी ऊंचाई 5 मीटर तक रखी जाएगी.
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