गुरुग्राम | हरियाणा में लोकसभा चुनावों में 5 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) में अब अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री पद को लेकर दावेदारी शुरू हो गई है. बीजेपी की टिकट पर गुरुग्राम लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए राव इंद्रजीत सिंह ने मुख्यमंत्री पद को लेकर एक तरह से दावा ठोका है.
दक्षिण हरियाणा के जरिए सत्तासीन होना लक्ष्य
गुरुग्राम सीट से जीत के बाद बुलाई गई धन्यवादी बैठक में राव इंद्रजीत सिंह ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों की हमें भरपूर तैयारी करनी है. रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मनाकर वापस लाना है. दक्षिण हरियाणा के जरिए हमें सत्तासीन होना है और हमें संगठित होकर मजबूती से चुनाव लड़ना है. हो सकता है विधानसभा चुनाव समय से पहले भी हो जाए.
वहीं, बेटी आरती राव के चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि मैं आरती को इस बार चुनाव पक्का लड़ाऊंगा. पहले वो कहा करती थी लेकिन अब मैं कह रहा हूं. बता दें कि दक्षिण हरियाणा की 14 सीटों में से 11 सीटें यादव बाहुल्य है और राव इंद्रजीत सिंह का इन सीटों पर खासा प्रभाव रहता है. इस बार भी दक्षिण हरियाणा की दोनों सीटें भिवानी- महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम सीट बीजेपी के खाते में गई है.
सीएम पद की कई बार जता चुके हैं इच्छा
2014 में कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में आस्था व्यक्त करने वाले राव इंद्रजीत सिंह कई बार मुख्यमंत्री पद को लेकर अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं लेकिन उनकी इच्छा अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. हरियाणा के दूसरे इलाकों के मुकाबले 10 साल बाद भी भाजपा दक्षिण हरियाणा में सबसे ताकतवर पार्टी बनी हुई है. दोनों बार बीजेपी की सरकार बनाने में दक्षिण हरियाणा ने निर्णायक भूमिका अदा की है. 2019 के विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बावजूद बीजेपी ने दक्षिण हरियाणा की 14 में से 8 सीटों पर जीत हासिल की थी.
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