हरियाणा विधानसभा चुनाव जीतने की तैयारियों में जुटी कांग्रेस, 70 सीटें जीतने का गोल सेट

चंडीगढ़ | लोकसभा चुनावों में 5 सीटें जीतने वाली हरियाणा कांग्रेस (Haryana Congress) के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि पार्टी ने आने वाले विधानसभा चुनाव में 70 सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित कर लिया है. साल 2019 के मुकाबले इस बार कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनावों में 20% ज्यादा वोट हासिल किए हैं. यह स्थिति तब है जब पिछले चुनाव में कांग्रेस को सभी 10 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था.

Indian National Congress INC

कांग्रेस के रणनीतिकार उत्साहित

इस बार के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने हरियाणा में 0 से 5 सीटों का सफर तय किया है और 46 विधानसभा सीटों पर बढ़त हासिल की है. हालांकि, भिवानी- महेंद्रगढ़ और इंडिया गठबंधन के तहत कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट पर पार्टी को मामूली अंतर से हार झेलनी पड़ी थी लेकिन वोट शेयर में बढ़ोतरी से कांग्रेस के रणनीतिकार उत्साहित हैं.

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विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस

विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने 16 जून से पूरे प्रदेश में एक महीने के भीतर जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन करने का निर्णय लिया है, जिसकी आज पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर के गृह जिले करनाल से शुरूआत हो चुकी है. उसके तुरंत बाद विधानसभा स्तरीय कार्यक्रम आरंभ कर दिए जाएंगे.

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इन जिला- स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनों में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान मिलकर, जहां जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश करेंगे, वहीं लोकसभा चुनाव में की गई मेहनत के लिए कार्यकर्ताओं की पीठ थपथपाने का भी काम किया जाएगा. प्रदेश में इसी साल अक्टूबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बहुत कम समय को देखते हुए सभी राजनीतिक दल अपना- अपना एजेंडा तैयार कर लोगों के बीच जाने को आतुर दिखाई दे रहे हैं.

बिना संगठन लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

हरियाणा कांग्रेस इस बार के लोकसभा चुनावों में बिना संगठन के ही चुनावी रण में उतरी थी. लोकसभा चुनाव के लिए जिला स्तरीय चुनाव प्रभारी, लोकसभा संयोजक एवं सह- संयोजकों को ही पार्टी ने संगठन मान लिया था. पूर्व सीएम हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष उदयभान संगठन के बारे में स्पष्ट कर चुके हैं कि हर जिले में हमारी पार्टी का संगठन सक्रिय हैं. यदि संगठन नहीं होता, तो 5 सीटों पर जीत दर्ज करने के साथ ही इतना अच्छा प्रदर्शन कैसे रहता. उनके इस बयान से स्पष्ट है कि संगठन बना तो ठीक, वरना ऐसे ही काम चलता रहेगा.

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