करनाल | गरीब लोगों को फ्री चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) शुरू की गई थी, जिसके तहत गरीब परिवारों को सालाना 5 लाख रूपए तक का मुफ्त इलाज करवाने की सुविधा दी गई थी, लेकिन अब पात्र लोगों को इस योजना का लाभ उठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
दरअसल, निजी अस्पताल संचालकों ने अब अपने अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड योजना के तहत मरीजों को भर्ती करने और इलाज करने से मना कर दिया है.
IMA करनाल की टीमों ने की DC से मुलाकात
बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की करनाल की टीम जिले के डीसी उत्तम सिंह से मिली और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान टीम ने बताया कि अभी तक प्राइवेट अस्पतालों द्वारा सैकड़ों मरीजों का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत किया जा चुका है, जिस पर करीब 18 करोड रुपए का खर्च बना हुआ है. लेकिन, सरकार द्वारा इसका भुगतान नहीं किया गया है.
योजना के तहत, सरकारी पोर्टल में भी बदलाव कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि 27 जून को मीटिंग का आयोजन किया जाएगा. 1 जुलाई से जिले के सभी प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान योजना के मरीजों का इलाज करना बंद कर देंगे.
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