रेवाड़ी | हरियाणा के लिए एक और गौरवमई खबर सामने आई है. रेवाड़ी जिले के नेहरूगढ़ निवासी पर्वतारोही नरेंद्र यादव (Narendra Yadav) ने उत्तरी अमेरिका के अलास्का पर्वत की सबसे ऊंची चोटी डेनाली को फतह कर दिखाया है. उन्होंने 6190 मीटर ऊंचाई पर हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व किया. इस चोटी को फतह कर उन्होंने पहले भारतीय युवा होने का गौरव हासिल किया है.
इससे पहले जिस युवक ने डेनाली को फतह कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया था, उसकी उम्र 31 साल, एक महीना और 25 दिन थी, जबकि नरेंद्र यादव ने 29 साल, 6 महीने और 8 दिन की उम्र में इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर दिखाया है.
ठंड व तेज हवा जानलेवा
नरेंद्र यादव ने बताया कि 15 जून को वो चार्टर प्लेन से तालकीतना से बेस कैंप पहुंचे और वहां से पैदल कैंप- 1 पहुंचे. उन्होंने बताया कि तकनीकी तौर पर बेहद ही दुर्गम होने के चलते इस पर्वत की चढ़ाई बेहद ही खतरनाक है. अत्यधिक ठंड और तेज हवा इस चढ़ाई को और भी ज्यादा खतरनाक बना देती है, लेकिन उन्होंने तमाम जोखिमों से जूझते हुए 23 जून की रात साढ़े 10 बजे डेनाली पर तिरंगा लहरा कर विश्व पटल पर हिंदुस्तान का नाम रोशन कर दिया.
सातों महाद्वीपों को फतह करने का सपना
नरेंद्र यादव ने बताया कि उनका अगला सपना विश्व के सातों महाद्वीपों को फतह कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक में छाप छोड़ना हैं. उन्होंने 5 महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह कर अनेक विश्व रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, जिनमें माउंट एवरेस्ट को 2016 और 2022 में 6 दिन में बिना अनुकूलन के फतह किया था.
12 साल की उम्र में शुरूआत
अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान बारह साल की उम्र में ही नरेंद्र यादव ने जम्मू- कश्मीर की पहाड़ियों पर चढ़कर अपने पर्वतारोहण की प्रारंभिक शुरुआत कर दी थी. साल 2008 में उन्होंने नियमित तौर से पर्वतारोहण का अभ्यास शुरू कर दिया था. अब उनका अगला लक्ष्य अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विंसन को फतह कर तिरंगा लहराना है.
नरेंद्र यादव की उपलब्धियां
- किलिमंजारो को 3 बार, एलब्रुस को ट्रैवल्स में 2 बार, कोजास्को व ऑस्ट्रेलिया की 10 सबसे ऊंची चोटियों को दो बार फतेह किया है.
- दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी एकंकागुआ को फतेह किया.
- महज 19 साल की उम्र में 6512 मीटर ऊंची भागीरथी- टू व 5612 मीटर ऊंची डीकेडी- टू के साथ कालिंदी पास व वासुकी ताल पास, लेह, गढ़वाल चोटी को फतेह करके सबसे कम उम्र का पर्वतारोही होने का गौरव हासिल किया.