चंडीगढ़ | हरियाणा के कॉलेजों में अबकी बार एक बड़ा फेर बदल किया गया है. जो छात्र बीएससी कंप्यूटर साइंस के करने के इच्छुक हैं वह इस बार बीएससी कंप्यूटर साइंस में दाखिला नहीं ले पाएंगे क्योंकि हरियाणा उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों में बीएससी कंप्यूटर साइंस को बीएससी नॉन मेडिकल सब्जेक्ट में मर्ज कर दिया है. आपको बता दें अब बीएससी नॉन मेडिकल सब्जेक्ट में ही यह दोनों सब सब्जेक्ट एक साथ पढ़ाई जाएंगे. ऐसा पहली बार किया गया है जब विभाग ने दोनों विषयों को आपस में जोड़ कर एक ही विषय बना दिया है.
बीएससी कंप्यूटर साइंस वाले होनहार छात्रों का अब क्या होगा
यदि आप बीएससी, नॉन-मेडिकल से पास नहीं करना चाहते हैं या आप बीएससी केवल कंप्यूटर साइंस से ही करना चाहते हो तो आप को डरने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ऐसे विद्यार्थियों को विकल्प के रूप में सरकार ने नया तोहफा दे दिया है. जब आप कोर्स का चुनाव करेंगे तो वहां पर आपको कोर्स में बीएससी नॉन मेडिकल का चुनाव करना है लेकिन जब आप सब्जेक्ट का चुनाव करते हो तो आपको कंप्यूटर साइंस सब्जेक्ट का चयन करना होगा. यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपके बीएससी कंप्यूटर साइंस के सब्जेक्ट यहां पर शामिल नहीं हो पाएंगे. यदि आप बीएससी नॉन मेडिकल करना चाहते हैं तो आपको बीएससी नॉन मेडिकल का विकल्प चुनने के बाद उसके सब्जेक्ट कंबीनेशन को चुनना होगा.
कहीं सीटें तो कम नहीं रह जाएँगी
आमतौर पर कॉलेज में दाखिले के लिए सीटें कम रहते देखा गया है लेकिन जो छात्र बीएससी कंप्यूटर साइंस या बीएससी नॉन मेडिकल में दाखिला लेने की सोच रहे हैं उनके लिए एक अच्छी खबर भी है. बता दें कि अब बीएससी नॉन मेडिकल फॉर बीएससी कंप्यूटर साइंस की दोनों सीटों को मिलाकर ही उस कॉलेज की बीएससी नॉन मेडिकल कोर्स की सीट में दिखाया जाएगा. मान लीजिए एक कॉलेज में बीएससी कंप्यूटर साइंस की 20 सीट है और बीएससी नॉन मेडिकल की 30 सीट है तो उस कॉलेज में बीएससी नॉन मेडिकल की 50 सीटें मानकर आवेदन लिए जाएंगे.
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