रोहतक | हरियाणा में आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) से मुफ्त इलाज कराने वाले मरीजों का दर्द बढ़ने के हालात पैदा हो गए हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सरकार पर बकाया भुगतान नहीं देने का आरोप लगाते हुए 1 जुलाई से कार्डधारकों का इलाज करने से इनकार कर दिया है, जिससे हजारों की संख्या में मरीजों को इलाज नहीं मिल पाएगा, जबकि एमरजेंसी में ऑपरेशन कराने वालों की जान पर आफत आ सकती है.
432 अस्पताल रजिस्टर्ड
प्रदेश में 432 प्राइवेट हॉस्पिटल आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज कराने के लिए पंजीकृत हैं. इनमें प्रतिदिन औसतन 45 हजार मरीज प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी या इलाज कराते हैं. सरकार पर प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों का 200 करोड रूपए रुपया बकाया होने के कारण IMA ने एक जुलाई से आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज नहीं करने का ऐलान किया है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!सरकार ने आयुष्मान कार्ड पर इलाज की धनराशि अदा नहीं की है, जिससे 1 जुलाई से कार्ड धारकों का इलाज नहीं करने का फैसला लिया है. इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी जा चुकी है- डॉ. रविंद्र हुड्डा, जिला प्रधान IMA
मामले को लेकर IMA के पदाधिकारियों से बात हुई है. काफी बकाया धनराशि का भुगतान सरकार कर चुकी है. जो बची है, उसका भुगतान भी जल्द होगा. बाकी फैसला मुख्यालय स्तर से लिया जा सकता है- डॉ. अनिल बिरला, सीएमओ, रोहतक