सिरसा | साल 1987 की सरकार में चौधरी देवीलाल ने चौपालों में मुडे (कुर्सी) और बड़े टेबल रखे थे ताकि ग्रामीण बैठकर आराम से समय व्यतीत कर सकें. उस समय यह तरकीब ग्रामीणों के लिए लाभदायक साबित हुई थी, तो वहीं चौधरी देवीलाल का यह आइडिया खूब चर्चित हुआ था. परदादा ने जो काम किया था, अब कुछ वैसा ही पड़पोता दिग्विजय सिंह करने जा रहा है.
पोते को याद आया पड़दादा का आईडिया
डबवाली विधानसभा के तहत के आने वाले सभी गांवों में मुडे तथा टेबल देने की योजना है. यह कार्य जननायक जनता पार्टी (JJP) की ओर से किया जाएगा. आखिर 37 साल बाद पड़पोते को ताऊ का आइडिया याद कैसे आया, इसकी वजह है चौपाल. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से दिग्विजय सिंह डबवाली के गांवों में कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों के घरों में जाकर चाय पर चर्चा कर रहे थे.
JJP ने लिया ये फैसला
गांव की चौपाल में जमीन पर बैठे बुजुर्ग ग्रामीणों को देखा तो दिग्विजय चौटाला ने फैसला लिया कि प्रत्येक गांव में 10-10 मुडे तथा एक-एक टेबल चौपाल में रखा जाएगा. जिन गांवों में आबादी ज्यादा है, वहां टेबलों की संख्या ज्यादा होगी. पड़पौत्र ने परदादा से एक कदम आगे बढ़ते हुए शहर के वार्डों में भी ऐसी व्यवस्था करने की ठानी है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!डबवाली में चौपाल पर जमीन पर बैठे लोगों की हालत देखी तो परदादा का 1987 वाला किस्सा याद आ गया. उन्होंने कहा कि जननायक जनता पार्टी की ओर से जल्द ही मुडों और टेबलों को वितरित किया जाएगा- दिग्विजय चौटाला, प्रधान महासचिव, जननायक जनता पार्टी