ज्योतिष | हरियाली अमावस्या हर महीने में एक बार आती है. आज सावन महीने की अमावस्या है, ज्योतिष शास्त्र के लिहाज से यह दिन बेहद ही खास है. बता दें कि शनि के कुंभ राशि में गोचर की वजह से कर्क, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती और ढेया का बुरा प्रभाव देखने को मिल रहा है.
हरियाली तीज या फिर सावन की अमावस्या पर अगर हम कुछ जरूरी उपाय करें, तो हम निश्चित रूप से शनि के साढ़ेसाती के प्रभावों को काफी हद तक काम कर सकते हैं. आज हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं.
आज अवश्य करें ये जरूरी उपाय
- अगर आप पर भी शनि की साढ़ेसाती और ढेया का प्रभाव है, तो आपको शनि चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए. ऐसा करने से आपको लाभ मिलेगा.
- अगर आपके पितृ भी आपसे नाराज हो गए हैं और आप पर अचानक संकटों का पहाड़ टूट गया है. हर काम में रुकावट आ रही है और आप अपने पितरों का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो आपको हरियाली महीने की अमावस्या के दिन पितृ कवच का पाठ करना चाहिए. इस पाठ के साथ ही आपको पितृ स्तोत्र या पितृ सुक्तम का पाठ भी करना चाहिए.
- सावन महीने की अमावस्या के दिन आपको भगवान भोलेनाथ की भी विशेष पूजा अर्चना करनी चाहिए, ऐसा करने से शनि देव के बुरे प्रभाव कम हो सकते हैं. शनि की साढ़ेसाती से छुटकारा पाने के लिए आपको भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, गंगाजल, कच्चा दूध अर्पित करना चाहिए. साथ ही, शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए, ऐसा करने से परिवार में सुख- शांति का माहौल बना रहता है.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
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