नई दिल्ली | सनातन धर्म के बड़े त्योहारों में से एक बड़ा त्यौहार चैत्र नवरात्रि (Navratri 2021) भी है. होली के पश्चात चैत्र महीने का आरंभ हो जाता है और कुछ ही दिनों के पश्चात चेत्र महीने की नवरात्रि भी आरंभ होने वाली है. पूरे देश में चैत्र नवरात्रि के त्यौहार को पूरे उत्साह एवं आस्था के साथ मनाया जाता है. चैत्र नवरात्रि के त्यौहार पर 9 दिन मां दुर्गा को समर्पित होते हैं. इन 9 दिनों में माता दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. हर वर्ष एक बार नवरात्रि आती है. इनमें से 2 तो सार्वजनिक नवरात्रि होती है और 2 गुप्त नवरात्रि होती है. इस साल 13 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि (Navratri 2021) आरंभ होने वाले हैं और 22 अप्रैल को इसका समापन होगा. आइए हम आपको बताते हैं कि नवरात्रि के इन 9 दिनों में मां दुर्गा के किन किन रूपों की पूजा की जाती हैं.
13 अप्रैल, मंगलवार: नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है. इस दिन कलश की स्थापना की जाती है. इस दिन माता शैलपुत्री की पूजा अर्चना करने से माता का आशीर्वाद सदैव बना रहता है.
14 अप्रैल, बुधवार: नवरात्रि के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. इस दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से व्यक्ति में संयम, सदाचार, त्याग और तप की भावना पैदा होती है.
15 अप्रैल, गुरुवार: नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. इस दिन माता चंद्रघंटा की पूजा करने से लोगों से संबंध अच्छे होते हैं और वाणी में मधुरता आती है.
16 अप्रैल, शुक्रवार: नवरात्रि के चौथे दिन माता कुष्मांडा की पूजा की जाती है. इस दिन माता कुष्मांडा की पूजा करने से यश और आयु में वृद्धि होती है और शरीर के सभी विकार दूर हो जाते हैं.
17 अप्रैल, शनिवार: नवरात्रि के पांचवे दिन माता स्कंदमाता की पूजा की जाती है. इस दिन माता स्कंदमाता की पूजा करने से पुण्य मिलता है और मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं.
18 अप्रैल, रविवार: नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा की जाती है. इस दिन माता कात्यायनी की पूजा करने से विरोधियों पर विजय हासिल होती है और दुश्मन कमजोर हो जाते हैं.
19 अप्रैल, सोमवार: नवरात्रि के सातवें दिन माता कालरात्रि की पूजा की जाती है. इस दिन माता कालरात्रि की पूजा करने से व्यक्ति को स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है एवं उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं.
20 अप्रैल, मंगलवार: नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी की पूजा की जाती है. इस दिन माता महागौरी की पूजा करने से सुखों में वृद्धि होती है और व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं.
21 अप्रैल, बुधवार: नवरात्रि के नौवे दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. इस दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा करने से जीवन में हमेशा सुख संपदा बन जाती है और व्यक्ति को सारे नव-निधियों की प्राप्ति हो जाती है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!