हरियाणा में भुकंप से फिर कांपी धरती, डर के मारे घरों और दुकानों से निकले लोग

महेंद्रगढ़ | हरियाणा में एक बार फिर भुकंप से धरती कांपी है. नारनौल सहित आसपास के गांवों में भुकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र नारनौल का तिगरा गांव रहा, जहां सुबह सवा 9 बजे के आसपास करीब 38 सेकंड तक भुकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

EARTHQUEAK BHUKAMP

घरों और दुकानों से बाहर निकल आए लोग

इस भूकंप की तीव्रता 3.0 मैग्नीट्यूड रही. इस भुकंप के चलते लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया था और लोग अपने मकानों और दुकानों से बाहर निकल आए थे. हालांकि, अभी तक किसी जान माल के नुकसान का मामला सामने नहीं आया है. राजकीय महाविद्यालय नारनौल के मौसम विशेषज्ञ और भूगोल विद डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि केंद्र नारनौल के पास 28.12 अक्षांश और देशांतर 76.21 में तिगरा गांव रहा है. इस भूकंप की तीव्रता 3.0 मैग्नीट्यूड रही और धरती के अंदर 10 किलोमीटर गहराई रही है.

ये हैं भुकंप आने की वजह

दिल्ली- NCR में आए भूकंप का मुख्य कारण प्लेट टेक्टोनिक्स प्रकिया ही है. महेंद्रगढ़- देहरादून फाल्ट लाइन पर महेंद्रगढ़ जिले से कुछ हिस्सा रेवाड़ी, झज्जर व रोहतक होते हुए पानीपत और इसके बाद उत्तराखंड में देहरादून तक के शहर आते हैं. दिल्ली एनसीआर में पांच फाल्ट लाइन हैं. इनमें महेंद्रगढ़- देहरादून, दिल्ली- मुरादाबाद, दिल्ली- सरगौधा रिज और दिल्ली-हरिद्वार रिज शामिल है. इन फाल्ट लाइन में ही जमीन की अंदरूनी प्लेटों में आपस में टकराव होने से हलचल पैदा होती है. महेंद्रगढ़ जिले का जिक्र करें, तो इस क्षेत्र में कई प्रकार की प्राकृतिक आपदाएं आने की आशंका बनी रहती है.

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