अंबाला । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत विभिन्न पदों पर जनवरी 2020 में 66 आवेदकों को दी गई नियुक्ति में धांधली की शिक़ायत पुनः हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास पहुंची है. शिकायतकर्ता ने मंत्री विज से मिलकर गड़बड़ी से संबंधित सभी दस्तावेज सौंपे हैं.
शिकायतकर्ता हथवाला निवासी रणबीर ने भर्ती में गड़बड़ी की शिक़ायत फरवरी 2028 में अनिल विज समेत तमाम जगहों पर की थी. उनका आरोप था कि सरकार की गाइडलाइंस का उल्लघंन करते हुए सभी 66 कर्मियों को 20 अंक दिए गए हैं. डीसी ने तत्कालीन नगराधीश अनुपमा मलिक से इस मामले की जांच कराई थी. नगराधीश की जांच मे सामने आया था कि चयन प्रक्रिया ठीक नहीं है. अक्टूबर में डीसी ने यह रिपोर्ट मिशन निदेशक को सौंपी थी.
नौकरी रद्द करने के थे आदेश
दिसम्बर में निदेशक ने डीसी को निर्देश दिए थे कि जिन्हें भी 20 अंक दिए गए थे, उन पदों को रद्द किया जाए. इसके बावजूद डीसी और सिविल सर्जन मामले की दोबारा जांच करा रहे हैं.
मिशन निदेशक ने एक हफ्ते पहले सीएम विंडो पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट अपलोड कर, कार्यवाही की गेंद डीसी एवं सिविल सर्जन के पालें में फेंक दी है. मिशन निदेशक के आदेशों को डीसी एवं सिविल सर्जन द्वारा नजरअंदाज करने की शिकायत शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री से की गई है.
उधर एनएचएम के तहत नौकरी पाने वाले 66 कर्मी भी इस जांच से संतुष्ट नजर नहीं आए. सभी कर्मियों का कहना है कि वे 20 अंक के हकदार थे. विभाग को उनपर कार्यवाही करनी चाहिए, जिन्हें गलत अंक दिए गए हैं.
कार्यवाही अधूरी
सिविल सर्जन डॉ संतलाल वर्मा ने कहा कि इस मामले की जांच करा रहे हैं. हमने अभी तक किसी को क्लीन चिट नहीं दी है.
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