हरियाणा BJP के पूर्व मंत्री गब्बर ने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर ठोका दावा, पढ़ें उनका ये ताजा बयान

अंबाला | हरियाणा में विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhansabha Chunav) को लेकर सियासी पारा गर्मा चुका है. मतदान में सिर्फ 20 दिन का समय शेष बचा है, तो नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशी जीत हासिल करने के उद्देश्य से चुनावी रण में संघर्ष कर रहे हैं. इस सियासी उठा- पटक के बीच गब्बर के नाम से मशहूर पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री ने एक बड़ा दावा ठोकते हुए बीजेपी हाईकमान की चिंता बढ़ा दी है.

anil vij

मैं CM पद का दावा करता हूं: विज

पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पद पर दावा ठोका है. उन्होंने कहा कि मैं सीएम पद का दावा करता हूं, आगे यह हाईकमान का फैसला होगा. पार्टी ने अनिल विज को अंबाला कैंट से उम्मीदवार बनाया है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा BJP की रोड़ बिरादरी को बड़ी सौगात, 28 साल बाद मिला सरकार की चौधर में हिस्सा

पार्टी के सबसे वरिष्ठ विधायक

अनिल विज ने कहा कि मैं हरियाणा में BJP का सबसे वरिष्ठ विधायक हूं, मैं 6 बार चुनाव लड़ चुका हूं, जीत चुका हूं और सातवीं बार मैं चुनाव लड़ रहा हूं, मैंने आज तक अपनी पार्टी से कभी कुछ नहीं मांगा है, लेकिन इस बार सारे हरियाणा प्रदेश की जनता के कहने पर मुझे बहुत लोग आकर मिल रहे हैं और अंबाला कैंट की जनता के कहने पर इस बार मैं अपनी वरिष्ठता के दम पर मुख्यमंत्री पद का दावा करूंगा. बनाना या न बनाना यह हाईकमान का काम है, लेकिन अगर मुझे बनाते हैं तो मैं हरियाणा की तकदीर और तस्वीर बदल दूंगा.

यह भी पढ़े -  कांग्रेस आलाकमान के आदेशों से पहले ही विपक्ष की भूमिका निभा रहे भूपेंद्र हुड्डा, हरियाणा विस में शुरू में ही दिखाए गर्म तेवर

सैनी को मुख्यमंत्री बनाने से हुएं थे नाराज

साल 2014 में जब पहली बार हरियाणा में बीजेपी ने अपने बलबूते पूर्ण बहुमत हासिल किया तो रामबिलास शर्मा के साथ- साथ अनिल विज को भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा था, लेकिन हाईकमान ने दोनों को दरकिनार करते हुए मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा की कमान सौंपी थी.

इसी साल हुए लोकसभा चुनावों से ठीक पहले मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ दी थी और तब भी ये संभावना जताई जा रही थी कि अनिल विज को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, लेकिन हाईकमान ने एक बार फिर उन्हें दरकिनार करते हुए नायब सैनी को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठा दिया था. इसके बाद, विज इस कदर नाराज हुए कि विधायक दल की बैठक को बीच में छोड़कर निकल गए थे और न ही नायब सैनी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल हुए.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit