ज्योतिष | हिंदू धर्म में कुल 4 नवरात्रि (Navratri) आती है, जिनमें से 2 गुप्त नवरात्रि और एक चैत्र नवरात्रि और एक शारदीय नवरात्रि होती है. सभी का अपना- अपना विशेष महत्व बताया गया है. हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि शुरू हो जाते हैं. अबकी बार नवरात्रों की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो रही है, जो 11 अक्टूबर को समाप्त हो जाएंगे. इसके साथ ही, जो जातक दुर्गा पूजा के दौरान मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित करते हैं. वे लोग 12 अक्टूबर को इसका विसर्जन करेंगे. आज हम आपको बताएंगे कि शारदीय नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि कब है.
कब है अष्टमी और नवमी तिथि?
आश्विन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:31 मिनट से शुरू होगी और 11 अक्टूबर 2024 को दोपहर 12:06 पर समाप्त होगी. इसके बाद, नवमी तिथि लग जाएगी, जो 12 अक्टूबर को सुबह 10:57 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. ऐसे में नवरात्रि की अष्टमी तिथि और नवमी का व्रत 11 अक्टूबर 2024 को ही रखा जाएगा. इसके अलावा, 11 अक्टूबर को महाष्टमी पर संधी पूजा भी की जाती है.
क्या है घट स्थापना का शुभ मुहर्त?
मान्यता है कि अगर भक्त सच्चे मन से मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा अर्चना करते हैं, तो उनकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है और उनके जीवन की सारी परेशानियां भी समाप्त हो जाती है. शारदीय नवरात्रि का पहला दिन 3 अक्टूबर को है. इस दिन कलश स्थापना या फिर घट स्थापना की परंपरा भी सदियों से चली आ रही है. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जाती है, घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6:14 से 7:21 तक रहने वाला है. इस दौरान आपको पूजा के लिए एक घंटा 6 मिनट का समय मिल जाएगा.
डिस्केलमर: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं विभिन्न माध्यमों/ ज्योतिषियों/ पंचांग/ प्रवचनों/ मान्यताओं/ धर्मग्रंथों पर आधारित हैं. Haryana E Khabar इनकी पुष्टि नहीं करता है.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!