रोहतक | हरियाणा विधानसभा चुनाव का काफिला आखिरी सप्ताह में पहुंच चुका है. 5 अक्टूबर को होने वाले मतदान में मात्र 4 दिन ही शेष रह गए हैं लेकिन उससे पहले ही डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Ram Rahim) को एक बार फिर पैरोल दिए जाने से सूबे की सियासी हलचल तेज हो गई है. साध्वियों के यौन शौषण और कत्ल केस में 20 साल की सजा भुगत रहा बाबा आज रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आएगा.
इलेक्शन कमीशन ने दी अनुमति
चुनाव आयोग ने सोमवार को डेरा प्रमुख को पैरोल देने के लिए हरियाणा सरकार को अपनी अनुमति प्रदान कर दी है. राम रहीम ने 20 दिनों की पैरोल मांगी थी. इसके बाद चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार को इजाजत दी है.
चुनाव आयोग ने लगाई 3 शर्तें
- रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर निकलने के बाद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम हरियाणा में नही रहेगा.
- किसी भी तरह की राजनीतिक गतिविधियों में शामिल नहीं होगा.
- सोशल मीडिया पर चुनाव प्रचार नहीं करेगा.
पैरोल हो जाएगी कैंसिल
इलेक्शन कमीशन के सूत्रों का कहना है कि हरियाणा सरकार से कहा गया है कि यदि राम रहीम आचार संहिता या शर्तों का उल्लघंन करता है तो पैरोल रद्द कर दी जाएगी. पैरोल के दौरान डेरा प्रमुख यूपी के बरनावा आश्रम में रहेगा.
36 सीटों पर असर
हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान होगा और 8 अक्टूबर को चुनावी परिणाम घोषित होगा. इसी वजह से डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की पैरोल को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. इसका परिणाम सूबे की 36 विधानसभा सीटों पर हैं.
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