हरियाणा में चल गया नायब सिंह सैनी का जादू, सत्ता विरोधी लहर के बावजूद पलट दी हारी हुई बाजी

चंडीगढ़ | हरियाणा विधानसभा चुनावों (Haryana Assembly Election) के लिए आज मतगणना का कार्य जारी है. अब तक मिले रुझानों के अनुसार बीजेपी तीसरी बार प्रदेश में सरकार बनाने जा रही है. ऐसा करने वाली वह प्रदेश की पहली पार्टी हो जाएगी. सुबह वोटो की गिनती की शुरुआत से ही कांग्रेस पार्टी बढ़त बनाए हुई थी, लेकिन जैसे- जैसे समय बीता बीजेपी ने रुझानों को पलटते हुए सबको चौंका दिया.

Nayab Singh Saini

छोटे से कार्यकाल में दिखाया जादू

अब तक मिले रुझानों के अनुसार भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलता नजर आ रहा है. हर कोई इस बीजेपी के इस प्रदर्शन पर हैरान भी है. हालांकि, इसका श्री नायब सिंह सैनी को मिलता नजर आया. केवल 6 महीने से कम के कार्यकाल में उन्होंने भाजपा के खिलाफ चल रही सत्ता विरोधी लहर को कम करने का काम किया. प्रदेश में चल रहे किसान, पहलवान और जवान के स्थानीय मुद्दों को धूमिल करने में उन्होंने काफी हद तक सफलता प्राप्त की. भाजपा स्थानीय मुद्दों पर चुनाव लड़ रही थी. खास तौर पर नौकरियों के मुद्दे पर वह कांग्रेस को धता बताती नजर आई.

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नायब सैनी के इन फैसलों ने बदला माहौल

अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान नायब सिंह सैनी द्वारा कई फैसले लिए गए. 1,20,000 कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने का ऐलान हो चाहे 24 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की घोषणा. इसके अलावा, महिलाओं को ₹500 में गैस सिलेंडर देने की घोषणा भी काम करती हुई नजर आई. ऐन वक्त पर पार्टी ने प्रदेश में सीएम चेहरा बदला. इससे भी फायदा मिलता नजर आया. सैनी सरकार द्वारा सरपंचों को 21 लाख रुपए तक का काम बिना ईटेंडिंग के करवाने को हरी झंडी दिखाई गई. इससे पहले यह सीमा ₹5 लाख निर्धारित की गई थी. हालांकि, इस पर भी विरोध देखने को मिला था.

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खट्टर को हटाना कर गया काम

नायबसिंह सैनी द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान 16 अगस्त को 5 लाख किसानों के खाते में 525 करोड रुपए भेजे गए. गलियारे में यह भी चर्चा हो रही है कि पार्टी द्वारा मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का भी फायदा हुआ है. यही कारण है कि प्रचार के दौरान भाजपा द्वारा खट्टर को पोस्टरों में जगह नहीं दी गई थी. शुरू से ही सैनी को CM चेहरा घोषित किया जा रहा था, जिसका अच्छा खासा सकारात्मक असर देखने को मिला है.

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