हिसार | हरियाणा विस चुनाव में पूर्ण बहुमत के दम पर लगातार तीसरी बार सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक्शन मोड में नजर आ रही है. सरकार ने तत्काल प्रभाव से आदेश जारी करते हुए श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष नरेश जांगड़ा की पद से छुट्टी कर दी है. बीजेपी से दगाबाजी करना उन्हें महंगा पड़ गया है.
कांग्रेस में हुए थे शामिल
नरेश जांगड़ा की गिनती बीजेपी नेता कुलदीप बिश्नोई के खासमखास में होती थी और उन्हीं की सिफारिश पर उन्हें श्रम कल्याण बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया था. विधानसभा चुनाव के दौरान नरेश जांगड़ा ने बीजेपी को अलविदा कहते हुए कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया था जिसके बाद उनके खिलाफ यह कार्रवाई अमल में लाई गई है.
बता दें कि जब कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की थी, तब नरेश जांगड़ा ने भी बीजेपी में अपनी आस्था व्यक्त की थी लेकिन कांग्रेस की टिकट पर आदमपुर से चंद्रप्रकाश को टिकट मिलने पर उनका मन बदल गया और उन्होंने भुपेंद्र हुड्डा की उपस्थिति में फिर से कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर लिया था.
कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी का बनें शिकार
कांग्रेस कैंडिडेट चंद्रप्रकाश भी जांगड़ा समाज से आते हैं तो नरेश जांगड़ा का झुकाव कांग्रेस की ओर हो गया और उन्होंने आदमपुर में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए भव्य बिश्नोई के खिलाफ चुनाव प्रचार किया. इससे जांगड़ा समाज का वोट काफी हद तक चंद्रप्रकाश को मिला और उन्होंने बेहद कड़े मुकाबले में बीजेपी प्रत्याशी भव्य बिश्नोई को हार का स्वाद चखाया. इसके बाद, नरेश जांगड़ा को कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी झेलनी पड़ी और सरकार ने उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया है.
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