हरियाणा में शराब पालिसी में बड़े बदलाव की तैयारी, सरकार कर रही इन तीन विकल्पों पर विचार

चंडीगढ़ । हरियाणा में नई शराब पॉलिसी बनाने के लिए हरियाणा सरकार कुछ नए एक्सपेरिमेंट करने वाली है. साल 2020 के लिए आवंटित किए गए शराब के ठेके इस वर्ष 19 मई 2021 तक संचालित होंगे. पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण और लोक डाउन के कारण डेढ़ महीनों की देरी से शराब के ठेकों का संचालन किया गया था. इस बार हरियाणा सरकार के पास शराब की पॉलिसी बनाने हेतु तीन विकल्प है. पहला विकल्प है 10 महीने की शराब पॉलिसी बनाना, दूसरा विकल्प है पूरे 1 साल की शराब पॉलिसी बनाना और तीसरा विकल्प है 22 महीनों की शराब की पॉलिसी बनाना. इस बार हरियाणा सरकार अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त करना चाहती है.

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शुक्रवार को आबकारी एवं कराधान मंत्री होने के नाते उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बार हरियाणा सरकार ने 6500 करोड़ रुपयों का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखा था, जो पूर्ण हो चुका है. 19 मई तक शराब के ठेके चलेंगे. इस प्रकार राजस्व में वृद्धि स्वाभाविक है.

हरियाणा सरकार ने अवैध शराब की तस्करी रोकने में सफलता पाई है और हर प्रकार से शराब की लिकेज जो बंद किया है. अगर हरियाणा सरकार ने 10 महीनों की शराब पॉलिसी बनाई तो 7500 करोड़ों रुपयों का राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य होगा, यदि 1 वर्ष के लिए पॉलिसी बनी तो 8000 करोड रुपए का राजस्व का लक्ष्य होगा, यदि 22 महीनों की पॉलिसी बनी तो 16 हजार करोड़ रुपये का राजस्व का लक्ष्य होगा.

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