चंडीगढ़ | हरियाणा में HKRN के तहत काम कर रहें कच्चे कर्मचारियों के लिए एक खुशखबरी है. हाल ही में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की तरफ से ग्रुप C और ग्रुप D के लगभग 24,000 पदों का परिणाम जारी किया गया है. सरकारी भर्तियों का परिणाम जारी होने के बाद भी कच्चे कर्मचारियों को हटाया नहीं गया है और ना ही एक भी कर्मचारी को हटाया जाएगा. वर्तमान में कुछ खबरें आ रही थी कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग किया जा सकता है.
भंग नहीं होगा HKRN
पर इन अफवाहों के बीच सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) को भंग नहीं किया जाएगा. पहले के अपेक्षा और बेहतर तरीके से इसको संचालित किया जाएगा. इसके अच्छी तरह संचालन से प्रदेश के और भी लोगों कौ नौकरी का मौका मिल पायेगा. HKRN के जरिये भर्ती हुए एसएसटी अध्यापकों की नौकरी भी सेफ रहेगी. हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने एलान किया गया था कि सत्ता में आते ही हरियाणा कौशल रोजगार निगम को भंग किया जाएगा.
CM का कहना कांग्रेस जनता को कर रही गुमराह
कांग्रेस चुनाव हार गई और हरियाणा में एक बार फिर से बीजेपी पार्टी सत्ता में आ गई. सोशल मीडिया टीमों की तरफ से यह बात फैलाई जा रही है कि कौशल रोजगार निगम के जरिये लगे कर्मचारियों की सेवाएं खत्म की जा सकती है. अफवाहों पर विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए इस तरह का झूठ फैला रही है, जबकि वास्तव में ऐसा कुछ भी नहीं है.
कच्चे कर्मचारियों को मिल चुकी है नौकरी की गारंटी
राज्य सरकार पहले ही एचकेआरएन के जरिये लगे कर्मचारियों को नौकरी की गारंटी दें चुकी है. इस बीच मौलिक शिक्षा महानिदेशक ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को एक पत्र जारी करके एचकेआरएन से लगे एसएसटी अध्यापकों की सेवाएं जारी रखने के निर्देश जारी किए हैं.
महानिदेशक के मुताबिक, टीजीटी अंग्रेजी में रेगुलर अध्यापक आने के बाद एसएसटी अध्यापकों को आगे के आदेशों तक पदमुक्त नहीं किया जाएगा. सरकार कि इस घोषणा से प्रदेश के कच्चे कर्मियों को राहत मिलेगी.
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