फरीदाबाद | हरियाणा के NCR शहरों में ट्रैफिक जाम फ्री सफर बनाने की दिशा में निरन्तर प्रयास हो रहे हैं. इसी कड़ी में फरीदाबाद से नोएडा और गाजियाबाद के बीच आवागमन करने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. राहत भरी खबर यह है कि लोक निर्माण विभाग (PWD) की ओर से फरीदाबाद- नोएडा- गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है.
ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा
बता दें कि FNG एक्सप्रेसवे की नई डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) में तीन सड़क मार्ग तैयार किए गए हैं. पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा मंजूरी दिए जाने के बाद किसी एक सड़क मार्ग का निर्माण किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के सिरे चढ़ने से दिल्ली के रास्ते गाजियाबाद- नोएडा और फरीदाबाद के बीच आवागमन करने वाले करीब एक लाख लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी.
फरीदाबाद शहर से बड़ी संख्या में लोग नौकरी व अन्य कार्यों के चलते नोएडा और गाजियाबाद के लिए आवागमन करते हैं. नोएडा और फरीदाबाद के बीच यमुना नदी पड़ती है. ऐसे में लोगों को नोएडा जाने के लिए सड़क मार्ग से दिल्ली कालिंदी- कुंज होकर नोएडा का सफर करना पड़ता है. आगरा नहर के साथ बनें इस सड़क मार्ग पर अक्सर ट्रैफिक जाम की वजह से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है.
DPR हुई तैयार
दिल्ली की ओर से नोएडा का सफर करने पर घंटों ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है. इस परेशानी से छुटकारा दिलाने के लिए 6 महीने पहले PWD की ओर से FNG एक्सप्रेसवे की DPR तैयार करने के लिए नोएडा की एमएसवी कंपनी को कंसल्टेंट एजेंसी नियुक्त किया गया था. इस एजेंसी ने DPR तैयार कर पीडब्ल्यूडी विभाग को सौंप दी है, जिसमें तीन रूट चिह्नित किए गए हैं.
ये है प्रस्तावित रूट
PWD द्वारा फरीदाबाद में करीब 9 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है. इसके लिए नए सिरे से रूट चिह्नित किया गया है और रूट पर आने वाली खामियों को भी इसमें शामिल किया गया है. लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि FNG एक्सप्रेस-वे की शुरुआत ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर- 88 स्थित एक प्राईवेट अस्पताल के पास से होगी. इसके बाद, ये खेड़ी कलां गांव होते हुए लालपुर में यमुना किनारे पहुंचेगा, जहां इसे पुल निर्माण के माध्यम से नोएडा में मंगरोली गांव के साथ जोड़ दिया जाएगा.
पुल निर्माण पर करोड़ों रुपए होंगे खर्च
फरीदाबाद- नोएडा के बीच सड़क मार्ग को जोड़ने के लिए यमुना नदी पर 600 मीटर लंबे पुल का निर्माण किया जाएगा. सिक्स लेन के इस पुल निर्माण पर खर्च होने वाली लागत राशि हरियाणा और यूपी सरकार 50-50 फीसदी वहन करेगी. इस पुल के निर्माण पर करीब 150 से 200 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान जताया गया है. साथ ही, पुल को जोड़ने के लिए अप्रोच रोड दोनों ओर के प्राधिकरण अपने-अपने खर्चे पर बनाएंगे.
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