चंडीगढ़ | हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद अब महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं. हरियाणा लोकसभा चुनावों में BJP को कड़ी टक्कर देने के बाद विधानसभा चुनाव में बिखरी नजर आई कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. तब से लेकर अब तक पार्टी हर एक कदम को फूंक- फूंक कर रख रही है और कोई भी ठोस कदम उठाने से पहले काफी सोच विचार कर रही है. विधानसभा चुनावों में मिली हार का ठीकरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके खेमे पर फोड़ा जा रहा है.
40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट से गायब हुड्डा पिता- पुत्र का नाम
इन सबके बाद अब कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बड़ा बदलाव करने के मूड में दिखाई दे रही है. इसी कड़ी में प्रदेश के प्रमुख दलित चेहरे कुमारी सैलजा को पार्टी बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है. उन्हें केसी वेणुगोपाल की जगह राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.
29 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर 40 स्टार प्रचारको की लिस्ट जारी की गई थी. इसमें प्रदेश की तरफ से राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला का नाम शामिल था. इस लिस्ट से भूपेंद्र सिंह हुड्डा दीपेंद्र और दीपेंद्र हुड्डा का नाम गायब था. आमतौर पर इस प्रकार की लिस्ट केसी वेणुगोपाल की तरफ से जारी की जाती है, लेकिन अबकी बार यह काम कुमारी सैलजा ने किया.
हुड्डा के नेतृत्व में लड़ा गया विस चुनाव
हाल ही में प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए. यह चुनाव पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में लड़ा गया. टिकट बंटवारे में भी भूपेंद्र हुड्डा के चहेतों को वरीयता दी गई. हालांकि, कई मौकों पर कुमारी सैलजा की इन सभी बातों को लेकर नाराजगी भी देखने को मिली. कुछ समय तक उन्होंने चुनाव प्रचार कार्यक्रम से भी दूरी बनाए रखी. चुनावों में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. तब से लगातार भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इस हार का जिम्मेदार माना जाता रहा है. ऐसे में अब कांग्रेस हाई कमान हुड्डा को कोई अहम पद या जिम्मेदारी देने के मूड में नजर नहीं आ रही.
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