हिसार शहर को बहुत जल्द मिलेगी सबसे लंबे पुल की सौगात, हजारों लोगों का सफर हो जाएगा आसान

हिसार | हरियाणा के हिसार शहर के लोगों को बहुत जल्द सबसे लंबे पुल की सौगात मिलने जा रही है. यहां डबल रेलवे लाइन पर आरओबी और आरयूबी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. पुल का काम पूरा होने के बाद आज बरवाला से BJP विधायक एवं PWD मंत्री रणबीर गंगवा निरीक्षण करने पहुंचेंगे.

Flyover Highway

हजारों लोगों का सफर होगा आसान

इस पुल के लिए 2018 में टेंडर लगा था और 2019 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था. इस आरओबी और अंडरब्रिज के बनने से सूर्य नगर, अर्बन एस्टेट, विद्युत नगर, शिव कॉलोनी, सेक्टर 3-5, सेक्टर 1-4 सहित महावीर कॉलोनी, मिल गेट एरिया के लोगों को काफी फायदा पहुंचेगा. इस आरओबी की लंबाई 1185 मीटर है. जिसके निर्माण कार्य पर करीब 77.36 करोड़ रुपए का खर्च आया है. इस पुल को 2021 में ही बनकर तैयार किया जाना था मगर कोरोना काल और निर्माण कार्य धीमी गति के चलते तीन साल की देरी हुई है. इस दौरान लागत राशि भी 59.66 करोड़ से बढ़कर 77.36 करोड़ रुपए हो गई.

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ऐसे सिरे चढ़ा यह प्रोजेक्ट

2018 में टेंडर लगने के बाद फरवरी 2019 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था. शुरुआत में इस प्रोजेक्ट को नवंबर, 2021 तक पूरा किया जाना प्रस्तावित था. मगर कोरोना काल के चलते लॉकडाउन और बिजली लाइनों की देरी से शिफ्टिंग के कारण समय अवधि 9 माह और बढ़ाकर अगस्त, 2022 कर दी गई थी. अगस्त 2019 में रेलवे की एजेंसी को टेंडर अलॉट होने के बाद भी ड्राइंग पास न होने के कारण काम शुरू नहीं हो सका. सितंबर 2019 में रेलवे के हिस्से की ड्राइंग मंजूर हुई, जिसके बाद दिसंबर, 2019 में काम शुरू हुआ. टेंडर की शर्त के अनुसार एजेंसी को डेढ़ साल में अपने हिस्से का काम पूरा करना था.

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इस हिसाब से यह प्रोजेक्ट मई, 2024 तक पूरा करना था, लेकिन नहीं हो सका तो समयावधि बढ़ाकर अगस्त कर दी गई थी. मगर अगस्त तक भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका. अब इसकी 5वीं डेडलाइन 31 अक्टूबर रखी गई थी. हालांकि, अब दोनों आरयूबी से वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है. फिलहाल, अभी फिनिशिंग का कुछ काम पेंडिंग हैं.

प्रोजेक्ट की बढ़ चुकी है लागत

शुरुआत में इस प्रोजेक्ट की लागत 59.66 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 77.36 करोड़ रुपए हो चुकी है. अधिकारियों की माने तो शुरुआत में बनाई आरओबी की ड्राइंग में रेलवे के हिस्से में भी सिंगल पिलर ही डिजाइन किए गए थे. मगर बाद में ड्राइंग में बदलाव कर सिंगल के बजाय डबल पिलर कर दिए थे. शुरुआत में जो एस्टीमेट मंजूर किए गए थे, वह पुरानी ड्राइंग के हिसाब से ही थे. पिलर की संख्या बढ़ने से पाइल की संख्या भी बढ़ गई, जिससे लागत राशि में बढ़ोतरी हो गई थी.

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इस प्रोजेक्ट से यह होगा फायदा

अभी वाहनों के कारण हिसार का मध्यमार्ग (दिल्ली रोड) पूरा दिन जाम रहता है, क्योंकि दोनों आरओबी के निर्माण के चलते आधे वाहन दिल्ली रोड से होकर निकलते हैं. ऐसे में दिनभर दिल्ली रोड पर भी जगह- जगह ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती थी. निर्माण में देरी के साथ लागत राशि में भी बढ़ोतरी होती चली गई, लेकिन अब इसकी शुरुआत से शहर के लोगों को दिल्ली बाईपास व राष्ट्रीय राजमार्ग पहुंचने में आसानी हो जायेगी.

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