गुरुग्राम | राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में प्रदुषण को बढ़ावा देने वाले 4 हजार उद्योगों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के सर्वे में खुलासा हुआ है कि इन उद्योगों में 25 kVA से अधिक डीजल संचालित जनरेटर में ड्यूल किट नहीं लगाई गई है. कादीपुर, दौलताबाद और बसई इंडस्ट्रियल एरिया में सबसे ज्यादा कंपनियां मिली है, जहां डीजल संचालित जनरेटरों में ड्यूल किट नहीं मिली है.
GRAP का चौथा चरण लागू
दिल्ली- NCR में बढ़ते प्रदूषण के मद्देजनर गुरुग्राम जिले में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का चौथा चरण लागू हो चुका है. इसके चलते डीजल से चलने वाले जेनरेटर चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया है. आदेश में कहा गया है कि 25 kVA से कम क्षमता वाले जेनरेटरों में कोई किट नहीं लगाई जाएगी, जबकि 25 से 140 kVA क्षमता तक के जेनरेटर पर गैस और डीजल वाली ड्यूल किट लगानी होगी. अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की छह टीमें ऐसे उद्योगों में लगे जेनरेटर सेटों पर कार्रवाई में लगी हुई है.
मानेसर के क्षेत्रीय प्रदुषण अधिकारी विजय चौधरी ने बताया कि उद्योग विहार, मानेसर और सेक्टर-37 में कंपनियों ने डीजल संचालित जनरेटरों को ड्यूल किट में बदल दिया है. बाकी इंडस्ट्रियल एरिया में अभी तक किट नहीं बदली गई है. अगर कंपनी के सामने डीजल जेनरेटर मिलता है तो नोटिस जारी किया जाएगा.
जहरीली हुई दिल्ली- NCR की हवा
प्रदुषण से दिल्ली- NCR में हालात बद से बद्तर होते जा रहे हैं. लोगों का खुली हवा में सांस लेना दूभर हो गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के गंभीर श्रेणी में पहुंचने पर GRAP का चौथा चरण लागू हो चुका है, जिसके तहत कई तरह की पाबंदियां लगाई गई है.
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