जींद । जिले के गांव चांदपुर में शनिवार को कोरोना वैक्सीन के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों ने टीकाकरण अभियान पर ऐतराज करते हुए कहा कि अगर दोबारा से गांव में टीकाकरण करने की कोशिश की तो वैक्सीन डोज को आंगनबाड़ी केंद्र से बाहर फेंक दिया जाएगा. मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है.
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम टीकाकरण के लिए चांदपुर गांव के आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंची थी. आंगनबाड़ी केंद्र पर टीम का विरोध करने के लिए भारतीय किसान संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक सुशील के नेतृत्व में प्रदीप, अनिल,काला, सुनील, प्रवीण और महिला रामरती, संतोष, सोनिया व मनीषा ने कहा कि जब गांव में कोरोना संक्रमित कोई केस ही नहीं है तो फिर क्यों बार -बार स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में आकर लोगों को कोरोना के नाम पर डरा रही है. ग्रामीणों का कहना था कि इस बात की क्या गारंटी है कि टीकाकरण के बाद व्यक्ति कोरोना से संक्रमित नहीं होगा.
ग्रामीणों ने कहा कि चुनावों के दौरान लाखों लोगों की भीड़ रैलियों में इक्कठा होती है तब कोरोना कहा भाग जाता है. लेकिन जब किसानों की बात होती है तो फिर लोगों को कोरोना संक्रमण के नाम पर भयभीत किया जाता है. ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि गांव में कोरोना वैक्सीन के नाम पर कोई अभियान नहीं चलने देंगे. इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नहीं मानें तो कोरोना वैक्सीन को गांव की गलियों में फेंक दिया जाएगा.
” चांदपुर गांव के लोगों ने शनिवार को गांव पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को टीकाकरण से रोक दिया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत करा दिया है.
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