फतेहाबाद । हरियाणा के फतेहाबाद से एक निजी अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया है. जिले के कस्बा भट्टू कला में एक निजी अस्पताल ने एक महिला को वेंटिलेटर की सुविधा होने की बात कहकर गंभीर हालत में भर्ती कर लिया. लेकिन महिला की हालत ओर बिगड़ने पर जब परिजनों ने अंदर आकर देखा तो वहां वेंटिलेटर की सुविधा नहीं थी. अस्पताल में हंगामा हुआ तो सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही डॉक्टर नौ-दो ग्यारह हो गए. महिला को तुरंत ऑक्सीजन दी गई, लेकिन हालत गंभीर बनी हुई है.
फतेहाबाद के अग्रवाल कालोनी निवासी गोविंद ने बताया कि उनकी मां को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. इसके लिए उन्होंने कस्बे के एक निजी अस्पताल से सम्पर्क किया. निजी अस्पताल संचालक ने उनके यहां वेंटिलेटर की सुविधा होने की बात कही और मरीज को तुरंत लेकर आने के लिए बोला. परिजन मरीज को लेकर आए और मरीज को आइसीयू में भर्ती कराया. कुछ देर बाद मरीज की हालत ओर बिगड़ने लगी तो परिजनों ने अंदर जाकर देखा वहां किसी तरह का कोई वेंटिलेटर नहीं था. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन इससे पहले ही निजी अस्पताल के डॉक्टर वहां से पतली गली हो लिए.
सिविल सर्जन डॉ हनुमान सिंह और भट्टू कला सीएचसी से सीएमओ डॉ सुजाता बंसल ने माडल टाउन स्थित इस निजी अस्पताल में जाकर स्थिति का जायजा लिया तो वहां किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं थी. हालांकि मरीज कोरोना पॉजिटिव है या नहीं, इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.
वहीं परिजनों का भी कहना है कि डॉक्टर ने रुपयों के लालच में जो गलत काम किया है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची हुई है और अपनी आगामी कार्रवाई में जुटी हुई है.
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