सोनीपत । बंगाल की एक युवती से हरियाणा के टिकरी बॉर्डर पर सामूहिक दुष्कर्म के केस में कृषि कानूनों के विरोध में विरोध प्रदर्शन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा पर कई प्रश्न उठे थे. अब इस बारे में मोर्चा ने स्वयं आगे आकर सफाई पेश की है. जानकारी के मुताबिक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म होने का संयुक्त किसान मोर्चा को 2 मई को ही पता चल गया था. इसके बाद भी किसान नेता पुलिस कार्रवाई करने की अपेक्षा मीटिंग करते रहे.
किसान आंदोलन का फाइल फोटो.
किसान नेताओं ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने उसी समय युवती के पिता से कहा था कि वह कानूनी कार्यवाही करें, किसान मोर्चा उनके साथ है. किसान युवा मोर्चा ने अपनी ओर से सफाई पेश करते हुए कहा कि वे चाहते थे कि युवती के पिता की ओर से कार्यवाही की जाए और यदि युवती के पिता कोई कार्यवाही ना करते तो संयुक्त किसान मोर्चा कार्यवाही करता.
संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव के अनुसार जब किसान बंगाल में बीजेपी के विरुद्ध प्रचार प्रसार करने के लिए पहुंचे थे तो वहां पर किसान सोशल आर्मी के कुछ लोग भी आए हुए थे. परंतु वह किसान संयुक्त मोर्चा का हिस्सा नहीं है. वहां पर युवती और उसके पिता से उनकी भेंट हुई थी. तो युवती ने उसी समय अपने पिता से कहा कि वह भी धरनास्थल पर जाना चाहती है.
5 लोगों के साथ युवती ट्रेन में दिल्ली आई थी. यह जानकारी प्राप्त हुई है कि युवती के साथ ट्रेन में भी बदसलूकी की गई. वह 12 अप्रैल को टिकरी पहुंची और किसान आर्मी के टेंट में रुकी. टेंट में भी युवती का यौन शोषण करने का मामला सामने आया है.
दर्शन पाल, हनान मौला , युद्धवीर सिंह और योगेंद्र यादव ने जानकारी देते हुए कहा कि 25 अप्रैल को युवती की तबीयत खराब होने पर बातचीत की गई. उस वक्त अनिल और अनूप ने उसे बंगाल लेकर जाने की जानकारी दी और आगरा के पास पहुंचने की बात कही.
उसके बाद में जब योगेंद्र यादव ने युवती से लोकेशन मांगी तो पता चला कि वह तो हांसी के नजदीक है. उस वक्त उनको कुछ गलत होने का संदेह हुआ तो उन्होंने उसी वक्त टिकरी बॉर्डर पर पहुंचने के लिए कहा. उसके अगले दिन 26 अप्रैल को किसानों की टीम ने युवती को हॉस्पिटल में एडमिट करवाया और बंगाल से उसके पिता को बुलवाया. इसके पश्चात युवती की मौत हो गई.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!