भिवानी । हरियाणा के भिवानी जिले के नागरिक अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला के शव बदली होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसके बाद मध्य प्रदेश निवासी जीजा व साले का शव लेने के लिए, रो रो कर बुरा हाल है. बता दें कि इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब मीडिया ने दबाव बनाया. मध्य प्रदेश निवासी 40 वर्षीय रामकली भिवानी के ढिगावा गांव में अपने पति व भाई के साथ मजदूरी का काम करती थी. 6 मई को उन्हें कोरोना के चलते चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था , 9 मई को इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. मौत के बाद रामकली के पति व भाई ने रामकली का शव अंतिम संस्कार के लिए मांगा तो हाहाकार मच गया.
भिवानी के अस्पताल में शवों की अदला बदली
बता दें कि मृतिका रामकली के भाई शैतान बंसल ने बताया कि उन्हें ना तो शव दिया गया और ना ही उन्हें दिखाया गया. उन्होंने यहां तक कहा कि नागरिक अस्पताल में रामकली का शव था ही,नहीं. जब वह यहां से श्मशान घाट गए, तो वहां भी अंतिम संस्कार का कोई रिकॉर्ड नहीं था. बता दे कि नगर परिषद कर्मचारी पुरुषोत्तम दानव ने खुद श्मशान घाट में रामकली का कोई रिकॉर्ड ना होने की बात स्वीकार की है.
रामकली का ना शव मिला और ना ही अंतिम संस्कार का कोई रिकॉर्ड. इसकी वजह से मृतिका के भाई व पति का श्मशान घाट के बाहर रो रो कर बुरा हाल हो गया. इस बारे में मीडिया ने पूरा मामला सीएमओ डॉ सपना गहलावत के संज्ञान में डाला. जब जांच हुई, तो पता चला कि कोरोना की वजह से बोंद निवासी पुष्पा नामक महिला की भी मौत हुई है. ग्रामीण पुष्पा की जगह रामकली का शव ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया.
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