नई दिल्ली । किसान आंदोलन से जुड़े एक युवती के दुष्कर्म संबंधित मामले में उक्त युवती के पिता द्वारा पुलिस को महत्वपूर्ण सुबूत सौंपने से पहले ही उनके लापता होने का मामला सामने आया है. पीड़िता के पिता द्वारा बुधवार को पुलिस को कुछ अहम सुराग सौंपने लेकिन उससे पहले ही युवती के पिता संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए हैं.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की एक युवती किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए टिकरी बॉर्डर आई थी जिसकी कुछ दिनों पहले मृत्यु हो गई. बताया गया कि कोरोना संक्रमण होने के कारण उसकी मृत्यु हुई है. लेकिन उस युवती की मृत्यु के कुछ दिनों बाद उसके पिता ने पुलिस में शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि किसान आंदोलन से जुड़े हुए कुछ व्यक्तियों ने उसकी लड़की के साथ दुराचार किया था.
हालांकि किसान आंदोलन से जुड़े नेताओं ने इस बात का खंडन किया था. ऐसे में पुलिस ने नामजद लोगों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज की थी और पुलिस द्वारा कार्रवाई अमल में लाई जा रही थी. लेकिन अब पश्चिम बंगाल की इस युवती से गैंगरेप मामले में उसके पिता के इस तरीके से लापता होने से इस मामले में नया मोड़ आता दिखाई दे रहा है.पुलिस के पास अब उनकी लोकेशन भी नहीं है.इसके साथ-साथ पीड़िता का मोबाइल फोन भी उसके पिता के पास ही है, जो इस केस में एक अहम सुराग साबित हो सकता है. बुधवार सुबह के बाद से ही उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है.
पुलिस टीम युवती के पिता की तलाश में जुटी हुई है.इस मामले की जांच कर रही एसआईटी के प्रभारी डीएसपी पवन वत्स ने बताया कि उन्हें भी युवती के पिता के इस तरह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने पर हैरानी हुई है.पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के बाद युवती का मोबाइल फोन उनसे लेने की कोशिश की लेकिन उन्होंने हर बार कोई बहाना बनाकर इस बात से इनकार कर दिया. पुलिस के अनुसार आरोपितों के साथ हुई युवती की बातचीत की चैट उसी मोबाइल में शामिल है जिससे अहम सुराग हासिल हो सकता है.गौरतलब है कि उक्त युवती की 30 अप्रैल को बहादुरगढ़ के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई थी.
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