नई दिल्ली | तीनों कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन को आज छः महीने पूरे हो रहे हैं. किसानों ने आज इस दिन को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है. सभी किसानों से अपील की गई है कि वे अपने घरों तथा वाहनों पर काले झंडे लगाए. दिल्ली बार्डर पर धरना प्रदर्शन कर रहे सभी किसान व महिलाएं काली पगड़ी व चुनरी पहनी जाएगी.
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से कहा गया है कि मांगे पूरी करवाने के लिए सरकार पर दबाव बनाना बेहद जरूरी है. वहीं काला दिवस मनाने के लिए भारी संख्या में किसान बल बार्डर पर भी पहुंच रहा है. वहीं भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि बुधवार को भारत सरकार का पुतला जलाकर काला दिवस मनाया जाएगा. इसके अलावा ट्रेक्टर व घरों पर काला झंडा लगाने का आग्रह किया गया है.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों को इस दिन के लिए दिल्ली बुलाने बाबत कोई विशेष निर्देश नहीं दिए गए हैं. किसान जहां भी है, वहीं पर काला झंडा लगाकर अपना रोष व्यक्त कर सकते हैं. किसान आंदोलन को छ महीने पूरे हो चुके हैं लेकिन सरकार ने अभी तक इन काले कानूनों को वापस नहीं लिया है. इसी के विरोध में आज किसानों द्वारा ब्लैक डे मनाया जा रहा है.
संयुक्त किसान मोर्चा के शीर्ष नेतृत्व ने कहा है कि दिल्ली के सभी मोर्चों के साथ देश के सभी धरनों पर बुधवार सवेरे पहले बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाएगी. भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा और उनके दिखाए रास्तों पर चलने का आह्वान किया जाएगा. किसान नेताओं ने कहा कि 26 मई को केन्द्र सरकार के सात साल व किसान आंदोलन के छः महीने पूरे हो रहे हैं लेकिन इन सात सालों में सरकार के द्वारा लिए गए फैसलों से प्रदेश का हर वर्ग दुःखी हैं. वहीं इस आंदोलन को 12 प्रमुख विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन प्राप्त है.
वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी बार्डर पर चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं. किसी भी प्रकार की गैरकानूनी गतिविधि या अवैध प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!