चंडीगढ़ । नीति आयोग द्वारा सतत विकास यानी एसडीजी सूचकांक के तहत देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की लिस्ट जारी की जाती है. दरअसल देश के प्रत्येक नागरिक को मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय समेत 17 मानकों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार ने 2030 तक का लक्ष्य रखा है. इसके लिए नीति आयोग बीते 3 सालों से राज्यों की समीक्षा कर सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसजीडी) नाम से एक रिपोर्ट जारी करता है. इस रिपोर्ट में राज्यों की सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय स्थिति की समीक्षा करने के बाद राज्यों को उनकी प्रगति के आधार पर रैंक दी जाती है.
हरियाणा की तरक्की सबसे तेज
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने भारत एसडीजी सूचकांक का तीसरा संस्करण जारी किया. तीसरे संस्करण की रिपोर्ट हरियाणा राज्य के लिए बेहद ही खास रही. सूची के मुताबिक 2020 में हरियाणा देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में सबसे तेजी से तरक्की करने वाला राज्य है. हरियाणा ने इस साल 10 अंकों के साथ सबसे अधिक तरक्की की है. हालांकि आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल 75 अंकों के साथ अपने शीर्ष स्थान पर बरकरार है जबकि 74 अंकों के साथ हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु दूसरे स्थान पर है. वहीं सूची में बिहार राज्य सबसे निचले पायदान पर है. ओवर ऑल सूची में हरियाणा 100 में से 67 अंक पाकर 14वें स्थान पर है.
इन क्षेत्रों में आगे बढ़ा हरियाणा
एसडीजी रिपोर्ट 2020-21 के मुताबिक हरियाणा में शहरी विकास कार्यों में तेजी से प्रगति हुई है. बिजली सप्लाई की व्यवस्था सुलभ और अच्छी हुई है. राज्य द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं, गरीबी और निर्धनता को दूर करने के लिए कई अच्छे कदम उठाए गए हैं. स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और निर्धनता को दूर करने के मामले में बीते साल के मुकाबले इस साल राज्य की रैंकिंग में काफी अच्छा सुधार हुआ है. रिपोर्ट में विशेष रूप से कहा गया है कि राज्य में लैंगिक समानता काफी हद तक सुधार आया है लेकिन इस बात का भी जिक्र किया गया है कि राज्य को इस मामले में और कार्य करने की जरूरत है.
इन मामलों में पिछड़ रहा है हरियाणा
2020-21 की जारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल के मुकाबले हरियाणा मुख्य रूप से 5 क्षेत्रों में काफी पिछड़ा हुआ नजर आया है. जिसमें शिक्षा, आर्थिक वृद्धि, स्वच्छ पानी, स्वच्छता, अपराध, इंडस्ट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है. रिपोर्ट में मुख्य रूप से अंकित किया गया है कि राज्य में शिक्षा का स्तर तेजी से नीचे गिरा है. स्वच्छता और स्वच्छ जल के मामले में राज्य की स्थिति गंभीर है और राज्य में क्राइम दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. रिपोर्ट की माने तो 2019 के मुकाबले राज्य का बेरोजगारी दर काफी तेजी से बढ़ी है जिसका सीधा असर सतत् विकास पर पड़ा है. रिपोर्ट में दिखाया गया है कि 2019 में हरियाणा राज्य की बेरोजगारी दर 8.4 प्रतिशत भी जबकि 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 9.81 प्रतिशत तक पहुंच गया है.
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