पलवल । हरियाणा के पलवल में जमीन अधिग्रहण घोटाले का अजीबो -गरीब मामला सामने आया है. बता दें कि मुंबई दादरी फ्रेट कॉरीडोर के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान रेलवे से मुआवजा और नौकरी हड़पने के लिए 78 वर्ग गज जमीन के 150 लोग मालिक बन गए हैं. इसके अलावा भी रेलवे के पास साडे सात करोड़ रुपए से अधिक के मुआवजे और नौकरी के लिए भी आवेदन पहुंच गए हैं. बता दें कि इस घोटाले में शामिल होने वाले तीन एसडीएम, 5 तहसीलदार, 4 रजिस्ट्री क्लर्क समेत करीब 20 कर्मचारियों पर जांच की जा रही है. इसके साथ ही कई कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया गया है.
बड़ा घोटाला 78 गज जमीन के बदले 7.5 करोड़ रुपए का आवेदन
रेलवे मंत्रालय जमीन का अधिग्रहण करते समय संबंधित व्यक्तियों को मुआवजा देने के साथ प्रति व्यक्ति 5 से साडे 5 लाख रूपये की अतिरिक्त रकम रोजगार के लिए देता है. इसके अलावा रकम ना देने पर परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाती है. इस मामले में हैरानी की बात यह है कि जैसे ही रेलवे मंत्रालय की मुंबई दादरी फ्रेट कोरिडोर स्कीम की जानकारी रेवेन्यू डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को मिली, तो जमीन की खरीदारी शुरू हो गई. इसके साथ ही पलवल के पृथला गांव के निवासी से अधिग्रहण प्रारूप तैयार करने वाले लोगों ने जमीन खरीदी.
बता दें कि इन लोगों से एक ही पटवारी ने जमीन खरीदी और फिर 70 -70 हजार रूपये लेकर 150 लोगों के नाम इसमें शामिल कर डालें. पिछले साल एसडीएम ने इस जमीन को अवैध घोषित कर दिया . इसके बाद मुआवजा राशि के साथ 150 लोगों ने 5-5लाख रूपये के लिए आवेदन किया. आवेदन में कहा गया कि उनकी पूरी की पूरी जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. मात्र 78 गज जमीन के बदले में साढे सात करोड़ रुपए जारी करने के आवेदन के बाद रेलवे मंत्रालय के अधिकारियों के भी कान खड़े हो गए. अब इस मामले की जांच विजिलेंस से कराई गई तब पूरे घोटाले का खुलासा हुआ.
मुंबई दादरी फ्रेट कॉरिडोर यूपी के दादरी से शुरू होकर हरियाणा, राजस्थान, गुजरात होते हुए महाराष्ट्र के नवी मुंबई तक जाएगा. वही गौतम बुध नगर के ग्रेटर नोएडा से तुगलकाबाद होते हुए पृथला,सोहना, रेवाड़ी, नारनौल होते हुए राजस्थान में प्रवेश करेगा.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!