झज्जर । जल्द ही झज्जर जिले में भी आपको स्ट्राबेरी के बाग लहलहाते हुए देखने को मिलेंगे. जहां पहले जिले में अमरूद के बाग काफी संख्या में लगाएं थे वहीं अब स्ट्राबेरी के क्षेत्र में भी अपना पांव जमाने की ओर क़दम रखेगा. स्ट्राबेरी का बाग लगाने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर हैं, स्ट्राबेरी का बाग लगाने के लिए विभाग अनुदान राशि मुहैया करवा रहा है और साथ ही साथ किसानों को बाग लगाने के लिए मार्गदर्शन भी करता रहेगा. कृषि सलाहकार आपको बताएंगे कि किस तरह किसान बाग को लगा सकते हैं और अधिक मात्रा में पैदावार लें सकतें हैं.
जो किसान स्ट्राबेरी की खेती करने के इच्छुक हैं उन्हें लगभग अभी से अपने खेतों को तैयार करना शुरू करना होगा ताकि बाग लगाने के समय तक खेत अच्छी प्रकार से तैयार हों सकें. जिले के बागवानी विभाग को पहली बार 50 एकड़ भूमि पर स्ट्राबेरी का बाग लगाने का लक्ष्य मिला है. सरकार की तरफ से स्ट्राबेरी का बाग लगाने वाले किसानों को अनुदान राशि दी जाएगी. जिन किसानों के खेतों में ट्यूबवेल के पानी मीठे है वें स्ट्राबेरी का बाग लगा सकते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्ट्राबेरी किसानों के लिए एक अच्छे मुनाफे का साधन है क्योंकि स्ट्राबेरी की कीमत बाजार में अच्छी होती है. वहीं खेतों से ही सीधे पैकिंग होकर बाजार में बिकने के लिए जाती है.
20 हजार रुपए प्रति एकड़ रहेगी अनुदान राशि
जिले के लिए वर्ष 2021-22 के दौरान 50 एकड़ में स्ट्राबेरी बाग लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके लिए विभाग किसानों को अनुदान राशि देकर प्रेरित कर रहा है. बागवानी विभाग स्ट्राबेरी का बाग लगवाने पर 20 हजार रुपए प्रति एकड़ की अनुदान राशि दे रहा है. अनुदान राशि से किसानों को स्ट्राबेरी बाग लगाने में सहायता मिलेगी और किसानों का इसके प्रति रुझान बढ़ेगा.
अगस्त- सितम्बर में लगेंगे स्ट्राबेरी बाग
जिला बागवानी अधिकारी डॉ रामस्वरूप पूनिया ने बताया कि स्ट्राबेरी का बाग लगाने का उचित समय अगस्त व सितंबर महीना होता है. स्ट्राबेरी की खेती के लिए खेत में मीठे पानी की सुविधा होनी चाहिए तथा रेतीले एरिया (दोमट मिट्टी) इसके लिए सबसे उपयुक्त है.
स्ट्राबेरी की बेहतर पैदावार लेने के लिए किसानों को अपने खेतों को अच्छी तरह से तैयार करना होगा. खेत की जुताई अच्छी तरह से कर लें. फिर खेत में एक मीटर चौड़ी बेड (लाईन) बनाएं. इन लाइनों की चौड़ाई नीचे से एक मीटर व उपर से 80 सेंटीमीटर होनी चाहिए. इसके बाद बेड के दोनों किनारों के साथ-साथ दो ड्रिप लाइन लगानी होगी. इसके उपर मल्चिंग सीट डालनी होगी. इसके बाद अच्छी क्वालिटी के पौधे लाकर लगाने होंगे.
पौधे से पौधे की दूरी व लाइन से लाइन की दूरी 40×40 सेंटीमीटर होनी चाहिए. वहीं सर्दी के मौसम में स्ट्राबेरी को सर्दी से बचाव हेतु कवर भी रखना होगा. स्ट्राबेरी नवम्बर दिसम्बर के महीने में फल देना शुरू कर देती है और फरवरी- मार्च तक यह सिलसिला जारी रहता है.
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