योजना: खेतों में पढ़ाई संग कमाई कर सकेंगे Science Students, सुधारेंगे मिट्टी की गुणवत्ता

पंचकूला । हरियाणा में कॉलेज और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे विज्ञान विषय के स्टूडेंट्स अब खेतों में जाकर पढ़ाई के साथ-2 कमाई भी कर सकेंगे. मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने हेतु सैंपल इक्कठा करने एवं लैब में जांच के लिए इन छात्रों की हेल्प ली जाएगी. जिस गांव के खेतों से सैंपल इक्कठा करने होंगे,उसी गांव के छात्र को यह काम दिया जाएगा. किसान मित्रों की मदद से अब स्टूडेंट्स भी अपनी बेसिक नॉलेज में इजाफा कर सकेंगे.

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बजट सत्र के दौरान हर खेत- स्वस्थ खेत मुहिम चलाने की घोषणा की थी. इस अभियान के तहत मृदा स्वास्थ्य और मृदा की गुणवत्ता के आधार पर फसल चयन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. चालू वित्त वर्ष के दौरान 25 लाख एकड़ भूमि की मिट्टी जांच करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके साथ ही प्रत्येक एकड़ के मृदा नमूनों के संग्रहण और जांच का कार्यक्रम भी बड़े पैमाने पर शुरू किया जाएगा.

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नई प्रयोगशालाएं होंगी स्थापित

किसानों को घर द्वार पर मृदा जांच सेवाएं प्रदान करवाने के लिए मंडियों व सरकारी भवनों में 17 नई स्थैतिक मृदा जांच प्रयोगशालाएं और 59 मिनी मृदा जांच प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही है. स्कूल -कॉलेज खुलते ही विज्ञान के स्टूडेंट्स को मृदा व पानी के सैंपल की जांच के लिए प्रशिक्षण देना शुरू किया जाएगा.

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किसानों के मददगार होंगे सॉयल हेल्थ कार्ड

सीएम मनोहर लाल ने कहा कि प्रत्येक एकड़ भूमि की जांच कर सायल हेल्थ कार्ड बनाएं जाएंगे ,ताकि किसान फालतू के रासायनिक खाद के प्रयोग से छुटकारा पा सकें और जमीन को जिस पोषक तत्व की जरूरत है, वहीं डालें. इससे जमीन की उर्वरा शक्ति बनी रहेगी और किसानों को अनावश्यक खर्च से बचने में मदद मिलेगी.

तीन साल में 75 लाख एकड़ कृषि भूमि की होगी जांच

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि तीन साल में प्रदेश की 75 लाख एकड़ भूमि की मिट्टी जांच करने की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा. हर एकड़ भूमि की हर तीन साल बाद जांच की जाएगी. किसानों को जारी होने वाले सायल हेल्थ कार्ड में ,खेत की मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों नाइट्रोजन, आर्गेनिक कार्बन, जिंक और फास्फोरस की मात्रा संबंधी जानकारी विस्तार से अंकित रहेगी. हेल्थ कार्ड में यह जानकारी भी उपलब्ध रहेगी कि किस एकड़ में कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी है और वह कमी पूरी करके किसान कौन सी फसल की बिजाई करके अधिक मुनाफा कमा सकते हैं.

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