पंचकुला | भारत के आठ समुद्री तट ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन के मानकों पर खरा उतरे हैं जिसकी जानकारी देते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने बताया कि इन 8 तटों को ब्लू फ्लैग मिला है. अतः अब भारत दुनिया के उन टॉप 50 देशों में शुमार हो गया है, जिनके पास ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन वाले स्वच्छ समुद्री तट स्थित हैं. व सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये ब्लू फ्लैग दर्जे के साथ ही भारत को तटीय क्षेत्रों में प्रदूषण के नियंत्रण हेतु उठाये गए कदमों के लिए ‘इंटरनेशनल बेस्ट प्रैक्टिस’ के तहत तीसरे पुरस्कार के लिए भी चयनित किया गया है.
पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि देश के एकसाथ 8 समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग का दर्जा मिलना हमारे लिए गर्व का क्षण है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा,कि यह सब पुरस्कार मिलना भारत के संरक्षण और सतत विकास प्रयासों को वैश्विक मान्यता मिलने जैसा है.उन्होंने कहा कि भारत एशिया-पैसिफिक क्षेत्र में मात्र 2 साल में ब्लू फ्लैग पाने वाला पहला देश बन गया है.
भारत के निम्नलिखित तटों को मिला है ब्लू फ्लैग का दर्जा
1-गुजरात का शिवराज तट
2-ओडिशा का गोल्ड तट
3- दीव का घोघला बीच
4- पादुबिदरी बीच, कर्नाटक 5-कासरकोड बीच ,कर्नाटक
6- केरल का कप्पड़ बीच
7- रुशिकोंडा बीच ,आंध्र प्रदेश
8- राधानगर बीच अंडमान और निकोबार द्वीप समूह.
विश्व में समुद्री तटों को ब्लू फ्लैग का दर्जा देने के लिए कुल 33 मानक तैयार किए गए हैं जिनमें पानी की स्वच्छता, प्रदूषण मुक्त, प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा अपशिष्ट निस्तारण, पर्यावरण शिक्षा की जानकारी देना व पालतू जानवरों पर प्रतिबंध इत्यादि शामिल हैं.
अतः भारत के इन 8 शब्दों को ब्लू फ्लैग का दर्जा मिलना गर्व की बात है साथ ही इससे भारत को आर्थिक फायदा भी होगा क्योंकि पर्यटक ब्लू फ्लैग को ज्यादा महत्व देते हैं इसलिए वे इसके सभी मानकों को परख कर ही बीच पर आते हैं. ऐसे में भारत के इतने अधिक बीचों को यह दर्जा मिलने से पर्यटन के क्षेत्र में काफी विकास होने की संभावना हैं.