सोनीपत | हरियाणा के सोनीपत से स्वास्थ्य विभाग के बड़े कारनामे की घटना सामने आई है. जहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने एक जीवित व्यक्ति को ही मृत घोषित कर दिया. जिस कारण पीड़ित व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अब उस जीवित व्यक्ति को खुद को जिंदा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों में भटकना पड़ रहा है.
पूरा मामला हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव महलाना से जुड़ा है. जहां निवासी सुरेंद्र पाल ने बताया कि 15 मई 2019 को उसके भाई कतार सिंह की मृत्यु हुई थी. जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पीएचसी भठगांव में आवेदन किया था. जहां कतार सिंह के आधार कार्ड की प्रति के साथ ही गवाही के तौर पर दूसरी आईडी मांगी थी. सुरेंद्र पाल का कहना है कि दूसरी आईडी के रूप में उसने अपना आधार कार्ड नंबर दे दिया था. अब फैमिली आईडी बनवाने के लिए आवेदन किया तो कंप्यूटर पर उसे मृत दिखाया जा रहा है.
इसका खुलासा उस समय हुआ, जब व्यक्ति फैमिली आईडी बनवाने के लिए सरल केंद्र पर पहुंचा. व्यक्ति का आधार कार्ड नंबर डालते ही कंप्यूटर ने उसे मृत बता दिया. जिस कारण आप सुरेंद्र पाल का फैमिली कार्ड नहीं बन पा रहा है. जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा सरकार ने विभागीय कामकाजों के लिए फैमिली कार्ड अनिवार्य कर दिया है.
सुरेंद्र पाल का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में तमाम शिकायतें दर्ज कराने के बाद भी समाधान नहीं हो पा रहा है. इसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत सीएम विंडो पर भी की है लेकिन अभी भी व्यक्ति फैमिली कार्ड नहीं बन पा रहा है. पीड़ित व्यक्ति द्वारा अब मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है और लापरवाही बरतने वाले स्वास्थ्य विभाग के उन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं सामने नहीं आए.
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