नई दिल्ली | 10 बजकर 30 मिनट पर मिसाइल को बंगाल की खाड़ी में लॉन्च किया जाना था किन्तु आठ मिनट के बाद ही मिशऩ को रोकना पड़ा और इसी तकनीकी दिक्कत के कारण मिशन को आगे की ओर स्थगित किया गया है. निर्भय मिसाइल को अगले चरण के परीक्षण के बाद, सेना में शामिल होने की अनुमति प्राप्त हो सकती है.
डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने सोमवार को 800 किलोमीटर मार करने वाली निर्भय मिसाइल (Nirbhay Missile) की जांच की है. अपितु यह परीक्षण बीच में ही रोकना पड़ा था. तकनीकी खराबी को इसकी वजह बताया जा रहा है. ओडिशा में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (Integrated Test Range) से बंगाल की खाड़ी में निर्भय क्रूज मिसाइल का पूर्णतः सफल परीक्षण DRDO ने किया है. चीन की वजह से बने तनाव के कारण डी आर डी ओ द्वारा लगातार मिसाइलों के परीक्षण किये जा रहे हैं. 10:30 बजे मिसाइल को बंगाल की खाड़ी में लॉन्च किया जाना था. किन्तु आठ मिनट के अंदर ही मिशऩ को आगे के लिए टालना पड़ा है. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) की ओर से 35 दिनों में लॉन्च होने वाली यह 10वीं मिसाइल है. इस दौरान DRDO ने हर चौथे दिन एक मिसाइल का परीक्षण किया है.
मिसाइल में तकनीकी खराबी होने की वजह
एक अधिकारी की ओर से बताया गया है कि टेस्टिंग प्रक्रिया से लॉन्च होने के तद पश्चात् मिसाइल में कुछ तकनीकी खराबी आ गई थी. जिसके कारण मिशन को बीच में ही रोकना पड़ा था. अधिकारियो द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि अगले कुछ माह के अंदर DRDO एक बार फिर से इस मिसाइल का की जांच करेगा व इसके परीक्षण को सफल बनाने के साथ ही साथ इसे जल्दी से सेना मे भी इसकी जगह दिलवाएगा. इसके बावजूद 800 किलोमीटर की रफ्तार वाली इस मिसाइल को चीन के साथ चल रहे इस टकराव के कारण ही लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तैनात किया जा चुका है. निर्भय मिसाइल 0.7 मैक जिसका अभिप्राय है 864.36 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सामने वाले दुश्मन पर हमला करने के लिए सक्षम बताई जा रही है.
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