रोहतक | भारत में कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव होने के कारण कई लोगों ने अपनी जान गवाई. अब वैज्ञानिकों का कहना है कि इसी साल के अक्टूबर-नवंबर माह में भारत के अंदर कोरोना महामारी की तीसरी लहर आ सकती है. कोरोना की संभावित लहर के आने से पहले भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने बड़ी पहल की है.
भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए रोहतक पीजीआई में 100 आईसीयू बेड देने का फैसला लिया है. पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर ओपी कालरा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, क्रिकेटर युवराज सिंह रोहतक पीजीआई (Rohtak PGI) को 100 आईसीयू बेड उपलब्ध कराएंगे. यहां 10 से 15 दिन में 64 बेड तैयार कर लिए जाएंगे. उनकी संस्था युवीकैन की ओर से इस पर तेजी से काम शुरू कर दिया गया है ताकि पीजीआई में समय से आईसीयू बेड उपलब्ध कराए जा सकें.
कालरा ने बताया कि आईसीयू के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बनकर तैयार है और 30 जुलाई तक उनके पास 64 बैड तैयार करने का सामान पहुंच जाएगा. यह डोनेशन कोविड के इलाज के लिए एक बड़ा कदम साबित होगा. दूसरी लहर से सबक लेकर अभी से तीसरी लहर की आशंका के चलते चौकस तैयारियां की जा रही हैं. 1833 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन जनरेटर तैयार कर लिए गए हैं. विदेश से 110 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर डोनेट किए गए हैं. पीजीआई में 2080 बैड में से 12 सौ बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा दी जा रही है.
गौरतलब हो कि क्रिकेटर युवराज सिंह ने बीते समय में कैंसर की बीमारी से जंग लड़ी थी. जिसके बाद उन्होंने युवीकैन नाम की एक संस्था की शुरुआत की जो कैंसर मरीजों के इलाज में सहायता देती है. हालांकि अभी यह संस्था कोरोना महामारी के लिए भी काम कर रही है. क्रिकेटर युवराज सिंह द्वारा अपनी संस्था युवीकैन के जरिए इस मुश्किल के दौर में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता कराना सराहनीय कार्य है.
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