अपने बयान पर कायम हैं किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी, जानिए क्या दिया था बयान?

फरीदाबाद । हरियाणा के नामी किसान नेताओं में शुमार गुरनाम सिंह चढूनी मिशन पंजाब वाले अपने बयान पर अभी कायम हैं. गुरनाम सिंह चढूनी ने किसान नेताओं से पंजाब में चुनाव लड़ने की अपील की थी. राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने एक सप्ताह के लिए उनका निष्कासित किया था.

Gurnam Singh Chadhuni

किसान संगठनों में आपस में किसी की नाराजगी नहीं

वहीं शुक्रवार शाम को गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा- कि संयुक्त किसान मोर्चा से उनका निष्कासन खत्म हो गया है. दिल्ली में जंतर-मंतर पर हो रही किसान संसद में वो जल्द ही भाग लेंगे. साथ ही कहा कि किसान संसद शुरू होने के दौरान वे वहीं मौजूद थे. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से जुड़े विभिन्न ग्रुप की विचारधारा अलग हो सकती है. अगर आपस में किसी की नाराजगी नहीं है. सभी आंदोलन एकता चला रहे हैं.

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भाजपा नेताओं द्वारा उनके ऊपर किसान आंदोलन की आड़ में राजनीति करने के आरोप लगाए जाने पर उन्होंने कहा कि राजनीति करना पाप नहीं. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा आंदोलन राजनीतिक आंदोलन नहीं है. गुरनाम सिंह चढूनी शुक्रवार को खोरी में अतिक्रमण हटाए जाने के मामले में जिला उपायुक्त यशपाल यादव से मिलने पहुंचे थे.

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उन्होंने करीब 1 घंटे तक उपायुक्त से मुलाकात की. साथ ही लोगों को खोरी के निवासियों को राहत देने के उपाय करने की मांग की. उनकी फरीदाबाद आगमन को लेकर पुलिस बेहद सतर्क रही. चढूनी पहले खोली बस्ती पहुंचे थे मगर पुलिस ने उन्हें बस्ती में अंदर नहीं जाने दिया. इसके बाद उन्होंने उपायुक्त से मिलने का निर्णय लिया.

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