जींद । हरियाणा के जींद जिले की महिला किसान के हौसले को देखकर हर कोई सराहना कर रहा है. महिला किसान न केवल अपनी खेती को रासायनिक खाद से जहर मुक्त किया बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित किया. अब दूसरे किसानों के लिए इनका काम नजीर बनता जा रहा है.
महिला किसान ऑर्गेनिक खेती के लिए किसानों को कर रही है प्रेरित
बता दें कि मोहम्मद खेड़ा गांव की 56 वर्षीय महिला संतोष अपने पति बलवान सिंह के साथ ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं. उनके पास ढाई एकड़ जमीन है, जिसमें से उन्होंने डेढ़ एकड़ में बाग लगाया हुआ है. जिसमें हरा चारा और दूसरी फसले उगाती है. बता दें कि आधे एकड़ में गन्ने और आधे एकड़ में ज्वार है. खेत में यूरिया डीएपी और कीटनाशकों का प्रयोग नहीं करते. बल्कि खुद ही जीवामृत और जैविक खाद तैयार खेत में डालते हैं.
बलवान सिंह फरीदाबाद में नौकरी करते हैं, संतोष भी डाकघर मे एजेंट थी. बता दें कि कई जगहों से दवाइयां लेने के बाद भी वह स्वस्थ नहीं हुई, पति की रिटायरमेंट के बाद साल 2018 में गांव में आए और यहां आकर उन्होंने ऑर्गेनिक खेती शुरू की. खेत में काम करने, बगैर रसायनिक खाद और दवाइयों के जहर मुक्त भोजन खाने तथा योग करने से उसकी सारी बीमारियां भी दूर हो गई.
बीमारियों से बचना है तो करनी होगी जो हर मुक्त खेती
खाद और दवाइयों का खर्चा नहीं होने से फसल पर लागत भी कम है. इसकी वजह से उत्पादन भी अच्छा होता है. बीमारियों से बचना है तो जहर मुक्त खेती करनी पड़ेगी. संतोष देवी के दो लड़के और एक लड़की है, बच्चों की शादी हो चुकी है. उनके बेटे नौकरी करते हैं वह बेटी भी कोचिंग सेंटर चलाती है.
बलवान और संतोष प्रतिदिन सुबह खेत में पहुंच जाते हैं. खेत में जाकर वह हवन करते हैं और उसके बाद जीवामृत खाद तैयार करते हैं. बता दें कि संतोष पिल्लूखेड़ा ऑर्गेनिक ग्रुप से भी जुड़ी हुई है. जिसमें पिल्लूखेड़ा क्षेत्र के काफी किसान जुड़े हुए हैं. खंड कृषि अधिकारी डॉ सुभाष चंद्र इस ग्रुप के साथ ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!