औपी चौटाला के घर बुना गया तीसरे मोर्चे का ताना-बाना, नीतीश- चौटाला की मुलाकात से राजनीतिक पारा उफ़ान पर

गुरुग्राम । मौका था मित्रता दिवस का और हरियाणा में तीसरे मोर्चे का ताना-बाना बुना गया और इसके सुत्र धार बनें इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बुलाया गया था और लंच डिप्लोमेसी के बहाने दोनों दिग्गजों के बीच बंद कमरे में चर्चा हुई. इस मौके पर जदयू के महासचिव केसी त्यागी भी मौजूद थे. ओमप्रकाश चौटाला की दिली ख्वाहिश है कि नीतीश कुमार तीसरे मोर्चे का नेतृत्व करें. सियासत के माहिर इन दोनों खिलाड़ियों की मुलाकात से राजनीतिक पारा भी उफान पर है. चौटाला की यें हलचल भी स्पष्ट संकेत दे रहीं हैं कि जेल से रिहा होने के बाद वह चैन से बैठने के मूड में नहीं है.

Om Prakash Chautala

नीतीश करें तीसरे मोर्चे का नेतृत्व

दरअसल राजनीति में मुलाकात के पीछे कोई न कोई कहानी जरूर होती है,यह बात अलग है कि बताई शिष्टाचार भेंट जाती है. राजनीति में कद्दावर नेताओं में शुमार दोनों नेता बंद कमरे में घंटों साथ रहें. भोजन भी किया और राजनीतिक गुफ्तगू भी हुई. चौटाला भी इसी रणनीति के तहत तीसरे मोर्चे की वकालत कर रहे हैं कि नीतीश कुमार उसका नेतृत्व करें. हालांकि नीतीश कुमार ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं.

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जेबीटी भर्ती घोटाले में ओपी चौटाला जब सजा पूरी कर जेल से बाहर आएं थे तो केसी त्यागी उनसे मिलने आए थे. त्यागी ने वहीं से फोन पर चौटाला की बात नीतीश कुमार से करवाई थी और उसी समय नीतीश कुमार ने चौटाला का भोजन का निमंत्रण स्वीकार किया था.

बंद कमरे में राजनीति के कई पहलुओं पर चर्चा

नीतीश कुमार और ओमप्रकाश चौटाला ने मुलाकात का दिन भी मित्रता दिवस के मौके पर रखा था. नीतीश कुमार ने शाल ओढ़ाकर चौटाला साहब को सम्मानित किया तो अभिभूत चौटाला ने भी अपने हाथों से नीतीश कुमार को भोजन परोसा. अभय चौटाला के बेटे करण चौटाला ने नीतीश कुमार का घर आने पर स्वागत किया. इनेलो पार्टी के विभाजन से पहले ये काम दुष्यंत चौटाला किया करते थे.

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चौटाला तीसरे मोर्चे के गठन के साथ ही इस बात पर जोर देंगे कि इनेलो के पूराने वोट बैंक को दोबारा पार्टी से जोड़ा जाएं और दुष्यंत के अलग पार्टी बनाकर भाजपा का भागीदार बनने के फैसले पर भी सवाल खड़े किए जा सकें. तीसरे मोर्चे के गठन की तैयारी भी चौटाला की इसी रणनीति का अहम हिस्सा है.

25 सितंबर को राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन

ओपी चौटाला 25 सितंबर को स्व. ताऊ देवीलाल की जयंती पर राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन करने जा रहे हैं. इस रैली के लिए गुरुग्राम, जींद, हिसार या सिरसा में से एक जगह का चयन किया जाएगा. चौटाला का दावा है कि तीसरे मोर्चे के गठन के लिए तमाम विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर इस जयंती समारोह में तीसरे मोर्चे के गठन का विधिवत रूप से ऐलान किया जाएं. तीसरे मोर्चे के गठन का ऐसा ही प्रयास चौटाला के पगड़ी बदल भाई पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल कर रहे हैं.

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हालांकि चौटाला की विपक्षी दल के नेताओं से मुलाकात के क्या परिणाम निकल कर सामने आएंगे , ये सब बातें तो भविष्य के गर्भ में छिपी हुई है. लेकिन अपनी बिछाई हुई बिसात के जरिए चौटाला चाहते हैं कि नीतीश कुमार को तीसरे मोर्चे की बागडोर सौंपी जाएं.

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