करनाल । करनाल जिले का गांव रिसालवा , शाम के वक्त जब एक मां के सामने से अपने दोनों बेटों की अलग-2 अर्थियां एक साथ उठने लगी तो मां पूनम आखिरी बार अपने बेटों के मुंह देखकर फफक-फफक कर रोई. सुबह के समय जैसे ही दो बच्चों की मौत की खबर गांव में फैलीं तो पूरा गांव गमगीन हो गया. शाम को गमगीन माहौल में दोनों भाईयों सागर और प्रतीक का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया.
इससे पहले मां पूनम भी हस्पताल से छुट्टी लेकर अंतिम बार बेटों के दर्शन के लिए गांव पहुंची. हालांकि मां को बड़े बेटे सागर की मौत की खबर तो मिल चुकी थी लेकिन जैसे ही उसने घर से दो अर्थियों को उठते देखा तो वह बेसुध होकर गिरने लगी. परिजनों ने बड़ी मुश्किल से पूनम को संभाला. परिजनों ने बताया कि छः साल पहले पूनम के पति की मौत हो गई थी और अब भगवान ने दोनों मासूमों का सहारा भी छिन लिया.
मज़दूरी कर पाल रही थी बेटों को
पूनम के पति सुनील की वर्ष 2016 में खेत में स्प्रे करते समय कीटनाशक दवाई के प्रभाव में आने से मौत हो गई थी. तब से ही पूनम विधवा पेंशन और मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का पेट भर रही थी. सोमवार रात तीनों मां- बेटों की चावल और आलू की सब्जी खाने से अचानक से तबीयत बिगड़ी थी. इसके बाद इलाज के दौरान बेटों की हस्पताल में मौत हो गई थी. जबकि पूनम का उपचार जारी है.
मिड-डे-मील राशन हैं संदेह के घेरे में
गांव के सरपंच लाभ सिंह और एक पड़ोसी ने बताया कि बच्चे अक्सर मिड-डे-मील राशन घर पर लेकर आया करतें थे. सोमवार को भी उन्होंने मिड-डे-मील में मिलें चावल ही खाएं थे, जिसके बाद यह दुखद घटना घटित हुई है. सरपंच ने प्रशासन से राशन की जांच करवाने की मांग की है. वहीं असंध थाना प्रभारी कमलदीप सिंह ने बताया कि गांव रिसालवा से दो बच्चों की खाना खाने के बाद तबीयत बिगड़ने से मौत की खबर मिली थी. मृतक बच्चों के चाचा अनिल का बयान दर्ज कर मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. विसरा जांच के लिए भेजा गया है. शवों को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए.
वहीं इस मामले में सामान्य अस्पताल असंध के मेडिकल ऑफिसर डॉ महेंद्र सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए भेजा गया है. विसरा रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो सकती है. फिलहाल बच्चों की मौत की वजह के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है.
गांव रिसालवा के स्कूल में मिड-डे मील के स्टोर को सील कर दिया गया है. रिकार्ड के अनुसार आखिरी बार 8 जुलाई को दोनों बच्चे मिड-डे-मील का राशन लेकर गए थे. विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार रिकॉर्ड और मिड-डे-मील के बचें हुए राशन की जांच करवाई जाएगी. राजकुमार,बीईओ, असंध
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