Baroda Election: बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस ने इस प्रत्याशी को दी टिकट, जानिए नाम

बरोदा | हरियाणा में बरोदा उपचुनाव (Baroda Election) को लेकर चुनावी सरगर्मियां चरम सीमा पर है. हरियाणा में बरोदा विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस ने आज नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख की सुबह अपने उम्मीदवार को की घोषणा कर दी है. आपको यह बता दें कांग्रेस टिकट बंटवारे के लिए पार्टी में बीती रात करीब 1 बजे तक सियासी ड्रामा चलता रहा, बाद में कुमारी शैलजा ने आखिरकार बाजी मार ली.

Bhupender Singh Hooda

हुड्डा, कपूर नरवाल को दिलाना चाहते थे टिकट

बता दें भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने पसंदीदा कपूर नरवाल को कांग्रेस की टिकट दिलाना चाहते थे.कांग्रेस ने आज इंदुराज नरवाल को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. कल दिल्ली के एक फ्लैट में कांग्रेस टिकट के चयन को लेकर रात 1 बजे तक सियासी ड्रामा चलता रहा. जैसा कि आप अच्छी तरह जानते हैं कि बरोदा उपचुनाव बरोदा हलके में लगातार कांग्रेस का दबदबा लगातार बना हुआ है. यहां पर 2009, 2014 व 2019 में भी कांग्रेस कांग्रेस के ही विधायक ने बाजी मारी थी, इसलिए कांग्रेस का यहां पर पूरा दबदबा है ऐसे में कांग्रेस अपने कदम फूंक-फूंक कर रख रही है.

यह भी पढ़े -  हरियाणा में निकाय चुनावों पर अभी भी संशय बरकरार, सरकार के दावे बने हवा- हवाई; यहाँ होंगे इलेक्शन

पिछली तीन योजनाओ से कांग्रेस का है दबदबा

कांग्रेस का नहीं चाहती थी कि कोई भी ऐसा प्रत्याशी को टिकट दी जाए जो की हार का मुंह देखना पड़े, लेकिन हुड्डा अपने पसंदीदा प्रत्याशी कपूर नरवाल को टिकट देने के पक्ष में थे जबकि एक कुमारी शैलजा इंदुराज नरवाल को टिकट दिलाना चाहती थी. आखिरकार कुमारी शैलजा भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर भारी पड़ी और इंदुराज नरवाल को कांग्रेस का प्रत्याशी चुन लिया गया.

यह भी पढ़े -  हरियाणा को मिली देश के पहले संविधान संग्रहालय की सौगात, जानें कहां बनकर हुआ तैयार

मुकाबला कांटे की टक्कर का मुकाबला

बता दें कॉन्ग्रेस बरोदा उपचुनाव को लेकर दो गुटों में बंट गई है. एक तरफ कुमारी शैलजा के प्रचारक काफी खुश हैं वहीं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट के विधायक कपूर नरवाल को टिकट न देने का काफी विरोध कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने पहलवान योगेश्वर योगेश्वर दत्त को टिकट थमा दिया है. वैसे देखा जाए तो यहां पर मुकाबला कांटे की टक्कर का होने वाला है क्योंकि इंदुराज नरवाल भी राजनीति में माहिर है. साथ ही में योगेश्वर दत्त का पलड़ा कमजोर दिखाई रहा है क्योंकि पिछली बार युद्ध योगेश्वर दत्त भी चुनाव लड़े थे. जिसमें कि उनको करारी हार का सामना करना पड़ा था.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit