करनाल । मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करनाल दौरे के दौरान किसानों पर हुएं लाठीचार्ज के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा की करनाल में महापंचायत हुई. इस महापंचायत की अध्यक्षता गुरनाम सिंह चढूनी ने की. महापंचायत को संबोधित करते हुए चढूनी ने एक बड़ा बयान दिया. उन्होंने किसानों पर हुएं लाठीचार्ज मामले में इशारों ही इशारों में इनेलो पार्टी के एक नेता का नाम लिया. चढूनी ने कहा कि जिस एसडीएम ने किसानों के सिर फोड़ने के आदेश दिए थे वो आईएनएलडी के बड़े पदाधिकारी के भाई हैं. लाठीचार्ज की कमान संभालने वाला इंस्पेक्टर बीजेपी के पूर्व विधायक बख्शीश सिंह का भतीजा है.
गुरनाम चढूनी हुएं भावुक
किसान नेता गुरनाम ने कहा कि किसान पिछले नौ महीनों से सड़कों पर बैठे हैं. बार-बार लठो से पीटा जा रहा है. अब हमारे पास लठ्ठ खाने की गुंजाइश नहीं रही है. किसानों के उपर अत्याचार करने वाले पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए, इसको लेकर पंचायत में मंथन किया जाएगा. इस दौरान गुरनाम सिंह चढूनी भावुक हो गए.
इन दो सवालों पर हुआ मंथन
• पहला सवाल यह था कि जिन अधिकारियों ने किसानों के सिर फोड़ने के आदेश दिए हैं,उनपर कार्रवाई करने के लिए क्या किया जाए.
• दूसरा ये कि कब तक किसान पीटते रहेंगे . क्या अब आर-पार की लड़ाई का वक्त आ गया है.
महापंचायत में लिए गए फैसले
• शहीद किसान के परिवार को सरकार 25 लाख रुपए मुआवजा दे व बेटे को सरकारी नौकरी दी जाएं.
• घायल किसानों के लिए 2-2 लाख रुपए मुआवजे की मांग
• हरियाणा की सभी किसान युनियन को लामबंद किया जाएगा और आंदोलन को लेकर भविष्य की रणनीति तैयार की जाएगी. रणनीति की रुपरेखा से संयुक्त किसान मोर्चा को अवगत कराया जाएगा.
• 7 सितंबर को करनाल में फिर से हजारों की संख्या में किसान इक्कठा होंगे. यदि किसानों की आज की इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सभी किसान इक्कठे होकर मिनी सचिवालय का घेराव करेंगे.
• संयुक्त किसान मोर्चा अगर हरियाणा किसान यूनियन की बातों को अनदेखा करता है तो हरियाणा की किसान यूनियन आन्दोलन को लेकर अपना रास्ता खुद चुनेगी.
• सभी किसानों से अपील की गई है कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान रैली में भारी से भारी तादाद में पहुंचे.
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