करनाल । करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों पर हुएं लाठीचार्ज मामले में दूसरे दिन भी किसान नेताओं और प्रशासन के बीच सहमति नहीं बनी. हजारों की संख्या में किसान लघु सचिवालय के सामने डेरा डालकर बैठे हुए हैं.
तीसरी बार बातचीत बेनतीजा रहने पर किसान नेताओं ने लघु सचिवालय पर सिंगु और टीकरी बार्डर के जैसे आंदोलन करने का ऐलान कर दिया है. बैठक के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अधिकारी हमारी एक भी मांग को मानने को तैयार नहीं है. किसानों के सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा पर कार्रवाई करने की हमारी प्रमुख मांग ही नहीं मान रहे हैं तो बाकी दो मांगे मानेंगे क्या. उन्होंने कहा कि किसानों का पक्का धरना अब सचिवालय पर चलेगा. किसान तब तक नहीं मानेंगे जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा.
इंटरनेट सेवा अवधि फिर बढ़ाई
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश को आज रात 12 बजे तक बढ़ा दिया है. प्रदेश सरकार ने 6 सितंबर रात 12 बजे से इंटरनेट सर्विस बंद करने का ऐलान किया था ताकि 7 दिसंबर को होने वाली किसान महापंचायत में किसी तरह की कानून व्यवस्था न बिगड़ने पाएं. करनाल के साथ-2 कैथल, कुरुक्षेत्र, जींद और पानीपत में भी इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई गई थी लेकिन इन जिलों में इंटरनेट सेवा आठ सितंबर को दोबारा शुरू कर दी गई है. फिलहाल करनाल जिले में ही इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगाई गई है.
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